POORAN RAWAT/EDITOR
इसे कहते हैं खबर का जोरदार असर….गौरतलब है कि बीते 18 फरवरी को हमने अपने ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल www.bazafaadnews.com पर इस स्टोरी से आपको अवगत कराया था किस तरह से ऊधमसिंहनगर जिले के सितारगंज के उकरौली खनन क्षेत्र में कुमाऊं मंडल विकास निगम को मिले खनन पट्टे पर निगम द्वारा जिस निविदाकार को खनन कार्य करने की अनुमति दी गई थी उस निविदाकार ने डीएम के आदेश का कैसे गलत इस्तेमाल कर मौके पर जमकर उप-खनिज का उत्खनन किया था….ऊधमसिंहनगर जिले के डीएम नीरज खैरवाल की सख्ती के बाद इस पूरे मामले पर कुमाऊं मंडल विकास निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए 19 फरवरी को निविदाकार नकुल को अनधिकृत रूप से पोकलैंड मशीन का उपयोग करने पर राजस्व उप खनिज क्षेत्र उकरौली में खनन कार्यों हेतु निगम स्तर से दी गई अनुमति पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए खनन कार्यों को अग्रिम आदेशों तक निलंबित कर दिया है….गौरतलब है कि बीते जनवरी माह में कुमाऊं मंडल विकास निगम के जीएम के अनुरोध पर डीएम ने सितारगंज के उकरौली खनन क्षेत्र में 10 दिनों तक पोकलैंड मशीन चलाने की अनुमति कुमाऊं मंडल विकास निगम को इन शर्तों पर दी थी कि निगम द्वारा मौके पर पोकलैंड मशीन के द्वारा किसी भी प्रकार के उप खनिज का उत्खनन नहीं किया जाएगा और पोकलैंड मशीन का इस्तेमाल केवल पानी की निकासी,नाला बनाने और रास्ते के निर्माण के लिए ही किया जाएगा….पर जिलाधिकारी के आदेश का गलत इस्तेमाल कर निविदाकार ने मौके पर अवैध तरीके से पोकलैंड मशीन के साथ ही एक अन्य जेसीबी मशीन लगाकर जमकर उप खनिज का उत्खनन किया था….
सूत्रों की माने तो सरकारी आदेश का गलत इस्तेमाल कर सितारगंज के उकरौली खनन क्षेत्र में कुमाऊं मंडल विकास निगम के निविदाकार को आगे रखकर एक सिंडिकेट बनाकर प्री प्लान तरीके से बाजपुर के एक विवादित व्यापारी नेता,बाजपुर के एक बाहुबली स्टोन क्रेशर मालिक, दिल्ली के एक शराब कारोबारी की कंपनी के साथ ही सितारगंज के कुछ सफेदपोश लोगों ने पोकलैंड मशीन की मदद से अवैध खनन के इस कार्य को लगातार 10 दिनों तक अंजाम देकर राज्य सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया….
खुलेआम खनन विभाग और एनजीटी के नियम कानूनों को ताक पर रखकर हुए इस अवैध खनन के पूरे मामले पर स्थानीय पुलिस-प्रशासन के साथ ही खनन और सिंचाई विभाग के अधिकारी भी क्यों चुप्पी साधे रहे इस बात का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं….
इस पूरे मामले में देर से ही सही पर कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी रोहित मीणा ने भी मामले की विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं….दरअसल सितारगंज के उकरौली राजस्व उप खनिज क्षेत्र में खनन करने के लिए कुमाऊँ मंडल विकास निगम के पास पट्टा तो है पर निगम मौके पर खुद खनन कार्य नहीं करता है….उधर सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में जल्द ही जांच के बाद आरोपी निविदाकार पर जिला प्रशासन बड़ा जुर्माना भी लगा सकता है|