POORAN RAWAT/ EDITOR
उत्तराखंड राज्य में सबसे ज्यादा खाद्यान्न उत्पन्न करने वाले तराई में बसे जनपद ऊधमसिंहनगर के किसानों की फसलों पर भी कोरोना की मार पड़ रही है….लॉक डाउन के मद्देनजर जिले के किसान अपने घरों से खेतों तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं,क्योंकि घरों से निकलने के बाद सड़कों पर उन्हें पुलिस के डंडों का सामना करना पड़ रहा है….तराई के ज्यादातर किसानों के पास वर्तमान समय में ना तो कीटनाशक मौजूद हैं और ना ही उर्वरक….बावजूद इसके किसान कीटनाशक और उर्वरक लेने के लिए बाजार नहीं जा सकते हैं….क्योंकि जिला प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है कि किसानों को उनके घरों तक कीटनाशक और उर्वरक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है….
दरअसल बरसात और ओलावृष्टि के कारण तराई के किसानों को काफी नुकसान हुआ है….पहले मौसम के कारण तराई के किसानों को नुकसान झेलना पड़ा और अब कोरोना के कहर से तराई के किसानों की कमर टूट गई है….वर्तमान समय में सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना कर्ज और पट्टे पर जमीन लेकर खेती करने वाले जिले के किसानों को करना पड़ रहा है….
(जसविंदर खरबंदा, प्रगतिशील किसान)
उधर तराई के प्रगतिशील किसान जसविंदर खरबंदा ने संकट की इस घड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री से लॉक डॉन के मद्देनजर ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेशों में किसानों के लिए कुछ शिथिलता प्रदान करने की मांग की है….साथ ही जसविंदर सिंह खरबंदा ने राज्य सरकार से लॉक डाउन दौरान घरों से खेतों और खेतों से घरों तक आने-जाने के लिए किसानों को छूट देने की मांग की है….उधर प्रगतिशील किसान जसविंदर सिंह खरबंदा की मानें तो वर्तमान समय में किसानों के साथ-साथ खेतों में काम करने वाले श्रमिक भी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं,जिस कारण खेतों में रोपाई और खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है….तराई के किसानों की इस बेहद गंभीर समस्या के बारे में जब हमने रुद्रपुर के भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल और किच्छा के भाजपा विधायक राजेश शुक्ला से बात की तो उन्होंने भी यह साफ कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में किसानों को लॉक डाउन के दौरान भी जिला प्रशासन द्वारा विशेष छूट प्रदान करनी चाहिए….साथ ही दोनों भाजपा विधायकों ने यह भी साफ कहा कि इस पूरे मामले को लेकर वह जल्द ही आयुक्त कुमाऊं,राज्य के मुख्य सचिव और प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी वार्ता करेंगे|