POORAN RAWAT/EDITOR
(नीलेश भरणे,डीआईजी क्राइम ब्रांच,नागपुर)
2005 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी नीलेश भरणे इन दिनों महाराष्ट्र के नागपुर क्षेत्र में डीआईजी क्राइम ब्रांच के पद पर रहते हुए पुलिसिंग के साथ-साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए अपनी पूरी पुलिस टीम के साथ लॉक डाउन के बाद नागपुर में फंसे श्रमिकों,छात्र-छात्राओं,गरीब और असहाय लोगों को दिन-रात खाद्य सामग्री मुहैया कराने के काम में लगे हुए हैं….लॉक डाउन के बाद नागपुर में डीआईजी नीलेश भरणे के नेतृत्व में केंद्रीय साइबर कंट्रोल रूम के माध्यम से सिंगल विंडो सिस्टम के तहत नागपुर के सभी एनजीओ को खाद्य सामग्री वितरित करने के लिए पुलिस के द्वारा डायरेक्ट अनुमति प्रदान की जा रही है….
(निलेश भरणे,डीआईजी क्राइम ब्रांच,नागपुर)
नागपुर पुलिस के केंद्रीय साइबर कंट्रोल रूम के माध्यम से पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप,फेसबुक और ट्विटर में पुलिस हेल्पलाइन नंबर को प्रसारित कर रही है और सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा प्रसारित किए जाने वाले हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके लोग जरूरी जानकारियां प्राप्त करने के साथ-साथ खाद्य सामग्री भी प्राप्त कर रहे हैं….कोरोना के खिलाफ जंग में नागपुर पुलिस ने साइबर कंट्रोल रूम को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है और साइबर कंट्रोल रूम के माध्यम से पुलिस यहां प्रतिदिन हजारों लोगों को खाद्य सामग्री किट मुहैया करवा रही है….
साथ ही साथ साइबर कंट्रोल रूम के माध्यम से पुलिस लगातार यहां लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए भी जागरूक कर रही है….साइबर कंट्रोल रूम के माध्यम से नागपुर पुलिस प्रतिदिन 90000 लोगों को खाद्य सामग्री मुहैया करा रही है….इसके अलावा छात्र-छात्राओं,श्रमिकों, गरीबों,वृद्धजनों और विकलांगों को खाद्य सामग्री मुहैया कराने के साथ-साथ नागपुर पुलिस लोगों को सैनिटाइजर,मास्क और सेनेटरी पैड्स भी वितरित कर रही है….बीते 22 मार्च से लेकर अब तक नागपुर पुलिस लगभग 15 लाख लोगों को खाद्य सामग्री अथवा खाद्य सामग्री किट वितरित कर चुकी है….नागपुर पुलिस द्वारा पुलिसिंग के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए किए जा रहे हैं इन कार्यों में नागपुर के 125 एनजीओ के साथ-साथ हिंदू,ईसाई,जैन,मुस्लिम, इस्कॉन और गुरुद्वारा संगठन भी पुलिस की मदद कर रहे हैं….
साइबर कंट्रोल रूम के द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही नागपुर पुलिस अपने इस अभियान को कुशलता से संचालित करने के लिए भूतपूर्व सैनिकों,सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों और एनसीसी के वालंटियर की मदद भी ले रही है….इसके अलावा कम्युनिटी पुलिसिंग के माध्यम से नागपुर में मौजूद शेल्टर और क्वॉरेंटाइन होम में रहने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए पुलिस कैरम बोर्ड,चैस के साथ-साथ मैडिटेशन और योगा टिप्स भी उपलब्ध करा रही है….
2005 बैच के उत्तराखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी नीलेश भरणे के नेतृत्व में नागपुर पुलिस द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग में संचालित किए जा रहे इस तरह के सराहनीय कार्य से उत्तराखंड का नाम महाराष्ट्र के साथ-साथ अब देश में भी रोशन हो रहा है|