नशा तस्करों के खिलाफ जनपद ऊधमसिंहनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं,SSP के निर्देश पर पुलिस द्वारा जिले में नशा तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत आज पुलभट्टा थाना क्षेत्र से पुलिस ने 3 करोड रुपए की स्मैक के साथ दंपति सहित तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है…पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए नशा तस्कर अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बीते कई वर्षों से कुटीर उद्योग के तौर पर स्मैक तस्करी का कारोबार कर रहे थे…नशा तस्करी के इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार खुर्शीद पुत्र अली हसन,आसमा पत्नी खुर्शीद निवासी अली खान मोहल्ला काशीपुर और सानू पुत्र रईस अहमद बीते कई वर्षों से स्मैक के कारोबार में लिप्त थे…इसके अलावा आसमा की बहन और उसका पति भी स्मैक के कारोबार में लंबे समय से लिप्त थे…
(मणिकांत मिश्रा,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,उद्यमसिंहनगर)
उत्तराखंड और UP पुलिस ने कई बार कुटीर उद्योग के तौर पर नशा तस्करी का कारोबार करने वाले इन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है…उधर इस पूरे मामले की जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि गिरफ्तार तस्करों का हैंडलर बरेली निवासी रिफाकत आज ऊधमसिंहनगर से गिरफ्तार तीनों तस्करों के माध्यम से यूपी और उत्तराखंड के कई जनपदों में बीते कई वर्षों स्मैक तस्करी का व्यापक स्तर पर कारोबार कर रहा था…इस पूरे मामले में फरार चल रहे हैंडलर रिफाकत बरेली के खिलाफ बरेली के कई थानों में गैंगस्टर एक्ट सहित लगभग 15 मुकदमे दर्ज हैं.. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले में नामजत वांटेड हिस्ट्रीशीटर रिफाकत की तलाश में यूपी के कई जनपदों में दबिश दे रही है, इस पूरे मामले की जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला है कि हैंडलर रिफाकत के द्वारा तक UP और उत्तराखंड के कई जनपदों में 90 करोड रुपए तक की स्मैक की सप्लाई कर दी गई है…
दरअसल ऐसे मामलों में अक्सर पुलिस हैंडलर को गिरफ्तार नहीं कर पाती है और जांच केवल गिरफ्तार अभियुक्त तक ही सीमित रह जाती है पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का चार्ज ग्रहण करने के बाद से ही जिले के कप्तान मणिकांत मिश्रा ने जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों और इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर्स को ये स्पष्ट निर्देश दिए थे कि नशा तस्करों पर प्रहार करने के साथ-साथ पुलिस उनके हैंडलर को भी गिरफ्तार करें,क्योंकि हैंडलर के माध्यम से ही पुलिस नशा तस्करों के असली सरगना तक पहुंच पाती है…उधर आज 3 करोड रुपए की स्मैक बरामदगी के मामले में पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि आज पुलिस द्वारा गिरफ्तार सभी तस्कर स्मैक की छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों,स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों और युवाओं स्मैक की पुड़िया बेचने का काम बीते कई वर्षों से कर रहे थे…पुलिस द्वारा गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड के कई थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं,फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों को आज रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया है।