जी हां,काशीपुर के बहुचर्चित कारोबारी अनूप अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए महादेवनगर ढहिकया कलां के 4 काश्तकारों ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र सौंपा है,जिसमें स्टोन क्रेशर लगाने और स्टोन क्रेशर में पार्टनर बनने के नाम पर अनूप अग्रवाल,अमोल अग्रवाल और रेनू अग्रवाल पर पर चारों काश्तकारों ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप भी लगाया गया है…उधर शिकायतकर्ता काश्तकारों ने खुद की 10 एकड़ जमीन भी धोखाधड़ी से अनूप अग्रवाल द्वारा अपनी पत्नी रेनू अग्रवाल के नाम करवाने का गंभीर आरोप भी लगाया है …उधर इस पूरे मामले पर शिकायती पत्र मिलने के बाद अनूप अग्रवाल सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के आदेश पर पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है…

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में पीड़ित द्वारा यह बताया गया है कि गुरपेज सिंह,लखविन्दर सिंह,गुरविन्दर सिंह, बलविन्दर सिंह और अनूप अग्रवाल सहित कुल 5 पार्टनर ने आपसी रजामन्दी के आधार पर वर्ष 2016 में “मैसर्स मुरलीवाला स्टोन इण्डस्ट्रीज लि०” का निर्माण महादेवनगर काशीपुर में किया था…उपरोक्त फर्म में स्टोन क्रेशर निर्माण और संचालन के लिए पांचो पार्टनरों में निम्न शर्तों पर सहमति बनी थी…जमीन गुरपेज सिंह,लखविन्दर सिंह,गुरविन्दर सिंह और बलविन्दर सिंह की थी और इंडस्ट्री निर्माण में जो रकम लगनी थी वो अनूप अग्रवाल को लगानी थी इसके अलावा इंडस्ट्री में चारो पार्टनरों का 45 प्रतिशत और अनूप अग्रवाल का 55 प्रतिशत की हिस्सेदारी तय की गई थी …जमीन का जो भी मूल्य निर्माण से अधिक बनना था वो अनूप अग्रवाल को चारों भाइयों को वापस देना था,स्टोन क्रेशर की डीड में चारों भाइयों का नाम भी दर्ज होना था…

इसके अलावा स्टोन क्रशर का हिसाब-किताब प्रतिमाह करने और स्टोन क्रेशर के कारोबार को समस्त पार्टनरों की रजामन्दी से ही बढ़ाने का निर्णय लिया गया था और साथ ही साथ बैंक में हस्ताक्षर करने हेतु दो पार्टनरों का नाम अधिकृत किया जाना था…उधर वर्ष 2017 में संबंधित स्टोन क्रेशर चालू हो गया और क्रेशर का सारा लेन-देन सभी की सहमति के आधार पर पार्टनर अनूप अग्रवाल द्वारा ही किया जाता था पर जब वर्ष 2023 में चारों पार्टनरों गुरपेज सिंह,लखविन्दर सिंह,गुरविन्दर सिंह और बलविन्दर सिंह द्वारा अपने पार्टनर अनूप अग्रवाल से स्टोन क्रेशर निर्माण के दौरान रखी गई शर्तों के मुताबिक लेनदेन की जानकारी मांगी गई तो पार्टनर अनूप अग्रवाल ने क्रेशर में अधिक नुकसान होने की बात कहकर कुछ स्पष्ट उत्तर नहीं दिया और चारों भाइयों को टहलाने लगे…अनूप अग्रवाल के ऐसे रवैय्ये से पार्टनरों में संदेह हुआ तो उन्होंने क्रेशर के सम्बन्ध में जानकारी जुटाना प्रारम्भ किया तो पता चला कि अनूप अग्रवाल ने अपने पुत्र अमोल अग्रवाल के सहयोग से क्रेशर का सभी लेनदेन बेईमानी से अपने हक में कर लिया है और बेईमानी की नियत से क्रेशर का वास्तविक हिसाब को बही खाते में ना दर्शाका कर अपने निजी कार्यों में लगा दिया था…

इस पूरे मामले की जानकारी के बाद जा पीड़ित पार्टनरों ने क्रेशर सम्बन्धी वास्तविक लेनदेन का हिसाब बनाया तो पता चला कि हिसाब किताब में 35 से 40 करोड़ की हेरा फेरी की गई थी… इसके बाद पीड़ितों ने दिनांक 06.06.2023 को पार्टनर अपून अग्रवाल से स्पष्ट तौर पर वास्तविक लेन-देन के सम्बन्ध में पूछा तो अनूप अग्रवाल द्वारा गाली-गलौच करते हुए यह धमकी दी गई कि अगर भविष्य में दोबारा हिसाब के बारे में पूछा गया तो इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा…शिकायत पत्र में पीड़ितों ने यह भी बताया कि अपनी विरासतन भूमि और अन्य संसाधनों से धनराशि लेकर उनके द्वारा स्टोन क्रेशर लगाया गया था पर पार्टनर अनूप अग्रवाल ने धोखाधड़ी और विश्वास घात कर उनकी जमीन भी अपनी पत्नी रेनू अग्रवाल के नाम करवा ली…

शिकायत पत्र में पीड़ितों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को यह आग्रह भी किया कि उनकी दयनीय स्थिति को देखते हुए इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर पुलिस आरोपी अनूप अग्रवाल,अमोल अग्रवाल और रेनू अग्रवाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें…उधर इस पूरे मामले की प्रारंभिक जांच में पुलिस ने पाया है कि शिकायतकर्ता चारों पार्टनर ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है और उनके साथ धोखाधड़ी हुई है और इस बात के कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लग गए हैं…बहरहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने गहन जान शुरू कर दी है और जल्द ही इस पूरे मामले में पुलिस एक बार फिर अनूप अग्रवाल और उनके परिजनों पर कानूनी शिकंजा कस सकती है।
**ऊधमसिंहनगर:काशीपुर के बहुचर्चित कारोबारी अनूप अग्रवाल सहित 3 लोगों के खिलाफ एक और पुलिस जांच शुरू**
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