POORAN RAWAT/EDITOR
ऐसा नहीं है कि लॉक डाउन के बाद देश में केवल भूख से इंसान ही परेशान हो रहे हैं….लॉक डाउन के बाद सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को भी भोजन नहीं मिल रहा है….लॉक डाउन जारी होने के बाद एक तरफ जहां मनुष्यों की सेवा के लिए कई सामाजिक,राजनैतिक और धार्मिक संगठन सामने आकर दिन-रात जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं खाद्य सामग्री मुहैया कराने का काम कर रहे हैं….
वहीं दूसरी तरफ बीते एक माह से हल्द्वानी के रहने वाले तीन होनहार युवक राहुल सोनकर,राजेंद्र राजपूत और पवन कुमार दिन-रात सड़कों पर घूमने वाले बेजुबान आवारा जानवरों को भोजन पानी मुहैया कराने के काम में लगे हुए है….खुद अपने संसाधनों से जानवरों के लिए खाद्य सामग्री खरीद कर यह तीनों युवा अपने निजी वाहन से शहर के गली मोहल्लों में घूम-घूम कर आवारा जानवरों की भूख मिटा रहे हैं….
दरअसल लॉक डाउन के बाद जब इन तीनों युवकों ने यह देखा कि इंसानों को खाद्य सामग्री मुहैया कराने के लिए तो कई धार्मिक,सामाजिक और राजनीतिक संगठन मोर्चा संभाल चुके हैं पर सड़कों पर घूमने वाले बेजुबान आवारा जानवरों का कोई पेट नहीं भर रहा है….तब इन तीन युवकों ने यह ठान ली कि जब तक लॉक डाउन जारी रहेगा तब तक वह अपने निजी संसाधनों से हल्द्वानी के गली-मोहल्लों में घूमने वाले इन आवारा पशुओं को पेट भरने का काम करेंगे….
बस क्या था तब से लेकर आज तक हल्द्वानी के यह 3 होनहार युवक दिन-रात बेजुबान जानवरों का पेट भरने के नेक काम में लगे हुए हैं….कोरोना के खिलाफ जंग में बेजुबान जानवरों की सेवा करने के लिए सड़कों पर उतरे हल्द्वानी के इन तीनों होनहार युवकों के जज्बे को हम भी करते हैं सलाम|