POORAN RAWAT/EDITOR
जी हां जरा गौर से देखिए रुद्रपुर के सिविल लाइन में नियम कानूनों को ताक पर रखकर तैयार की जा रही इस बहुमंजिला इमारत को वर्ष 2017 में ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने सील कर दिया था….जिसके बाद निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत के स्वामी अभिमन्यु ढींगरा द्वारा जिला विकास प्राधिकरण के कार्यालय में संबंधित बहुमंजिला व्यावसायिक इमारत का कंपाउंडिंग मानचित्र स्वीकृत करने के लिए दाखिल किया गया….
और मजे की बात देखिए तत्कालीन अधिकारियों ने प्राधिकरण में बिना कंपाउंडिंग मानचित्र स्वीकृत किए बिना ही निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत की सील को खोल दिया था और इमारत की सील खुलने के कुछ महीनों बाद ही बिना किसी अनुमति के मौके पर आरोपी द्वारा पुनः निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया….जबकि जिला विकास प्राधिकरण के कार्यालय से आज तक अभिमन्यु ढींगरा द्वारा बनाई गई इस बहुमंजिला इमारत का कंपाउंडिंग मानचित्रकर भी स्वीकृत नहीं हो सका है….
इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि अभी तक इस बहुमंजिला इमारत के निर्माण के लिए आवश्यक कई विभागों से मिलने वाली एनओसी भी विकास प्राधिकरण में आवेदक द्वारा जमा नहीं की गई है,जबकि मौके पर विकास प्राधिकरण के नियमों को ताक पर रखकर यह व्यवसायिक बहुमंजिला इमारत लगभग पूरी तरह से बनकर तैयार हो गई है और अभी भी इस बहुमंजिला इमारत के नीचे तेजी के साथ श्रमिकों द्वारा अंतिम चरण में होने वाले कार्य को अंजाम दिया जा रहा है….
(बंशीधर तिवारी,उपाध्यक्ष,जिला विकास प्राधिकरण ऊधमसिंहनगर)
उधर इस पूरे मामले पर जब हमने जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी से बात की तो उन्होंने यह साफ कहा कि इस पूरे मामले में पहले तो जिला विकास प्राधिकरण की टीम मौके का स्थलीय निरीक्षण करेगी और उसके बाद अगर किसी कारण से संबंधित इमारत की कंपाउंडिंग संभव ना हुई तो दोबारा से अवैध रूप से बनी इस बहुमंजिला इमारत को जिला विकास प्राधिकरण सील कर देगा…अब देखना यह है कि इस पूरे मामले पर विकास प्राधिकरण आगे कब तक और क्या कार्रवाई करता है |