POORAN RAWAT/ EDITOR
दो एसपी,एक सीओ,5 इंस्पेक्टर,तीन थानाध्यक्ष,14 दरोगा और एसओजी सहित जिला पुलिस की 8 टीमें भी अपहरणकर्ताओं को पकड़ने में हुई असफल
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों की आमद से तराई में फैली दहशत
बीते 15 जनवरी को रुद्रपुर नगर निगम के वार्ड नंबर 25 के कांग्रेसी पार्षद अमित उर्फ बिट्टू मिश्रा का हथियारबंद बदमाशों ने अपहरण कर लिया था और 16 जनवरी को पुलिस ने इस पूरे मामले में अपहृत पार्षद के परिजनों की तहरीर के आधार पर रुद्रपुर कोतवाली में अपरहण का मुकदमा दर्ज कर लिया था….पार्षद के अपरहण के इस पूरे मामले का खुलासा हमारे पोर्टल द्वारा बीते 16 जनवरी को ही कर दिया गया था पर एसपी रुद्रपुर देवेंद्र पिंचा के निवेदन और अपहृत पार्षद के जीवन की सुरक्षा के मद्देनजर इस खबर को हमने अपने पोर्टल से ऑनलाइन होने के कुछ ही देर बाद हटा दिया दिया था….ऊधमसिंहनगर जिला पुलिस की मानें तो बीते देर रात पार्षद का अपहरण करने वाले अपहरणकर्ताओं को पुलिस बल का अनुमान लग गया और पुलिस की योजना को देखते हुए अपहरणकर्ताओं के मनोबल पर अत्यधिक प्रभाव पड़ा जिस कारण अपहरणकर्ताओं ने गाजियाबाद के पीवीआर मॉल राजनगर एक्सटेंशन के पास अपहृत अमित मिश्रा को छोड़ दिया
अगर पुलिस की माने तो अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए जिले के पुलिस बल को एकत्र कर एसपी रुद्रपुर और एसपी क्राइम के नेतृत्व में भारी भरकम पुलिस की आठ टीमों का गठन किया गया पर चार दिनों की खाक छानने के बाद भी जिला पुलिस के हाथ अपहरणकर्ता नहीं लग सके….उधर शहर में चर्चाओं का बाजार यह भी गर्म है कि अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम वसूल करने के बाद ही कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा को सकुशल छोड़ है….फिलहाल हाईप्रोफाइल अपहरण के इस पूरे मामले में जिला पुलिस के हाथ अभी तक खाली है और पार्षद की सकुशल बरामदगी को ही अपनी उपलब्धि दिखाकर पुलिस अपनी पीठ थपथपा ने में लगी हुई है
खैर अपहरण के इस पूरे मामले में सबसे राहत की बात यह रही कि अपहृत पार्षद सकुशल घर वापसी कर चुके हैं पर जब तक इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले सभी अपहरणकर्ता पकड़े नहीं जाते हैं तब तक जिला पुलिस के लिए भी यह पूरा मामला एक बड़ी चुनौती बना रहेगा।