रुद्रपुर के सिविल लाइन में स्थित “कृष्णा हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर सेंटर” एक बार फिर सुर्खियों में है….अपने विशेष कारनामों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इस बार मृत बच्चे के इलाज के नाम पर उनके परिजनों से पैसे लेने का गंभीर आरोप लगा है….
दरअसल रुद्रपुर के वार्ड नंबर 22 में रहने वाले राहुल वाल्मीकि ने अपने लगभग 6 माह के बच्चे को बीते कुछ दिन पूर्व रुद्रपुर के कृष्णा हॉस्पिटल में एडमिट कराया था और इलाज के दौरान पीड़ित बच्चे के परिजनों के लगभग सवा लाख रुपए भी खर्च हो गए थे….
पीड़ित बच्चे के परिजन काफी गरीब गरीब थे और लगातार कई दिनों के इलाज के बाद भी जब अस्पताल में भर्ती उनके बच्चे की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ तो पीड़ित बच्चे के परिजनों ने डॉक्टर से यह साफ कहा कि अब उनके पास बच्चे के इलाज के एवज में देने के लिए रुपए नहीं है….लिहाजा डॉक्टर ने भी हाथ खड़े कर दिए और बच्चे को सुशीला तिवारी ले जाने की सलाह दे डाली….
मृतक बच्चे के परिजनों के अनुसार जब कृष्णा अस्पताल से पीड़ित बच्चे को अस्पताल की एंबुलेंस में वो हल्द्वानी के सुशीला तिवारी चिकित्सालय ले गए तो वहां के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा पहले से ही मृत था…साथ ही डॉक्टरों ने यह भी बताया कि बच्चे की मौत लगभग 6-7 घंटे पहले ही हो चुकी थी….
इस पूरे मामले पर जब हमारी टीम ने कृष्णा अस्पताल के फिजीशियन एवं डायरेक्टर गौरव अग्रवाल से बात की तो उनका कहना था कि बच्चा काफी कमजोर था और उनके अस्पताल में बीते कई दिनों से बच्चे का इलाज चल रहा था,इलाज के दौरान बच्चे को वेंटिलेटर पर भी रखा गया था….
डॉक्टर गौरव अग्रवाल ने यह भी ने बताया कि बच्चे को जीवित अवस्था में उनके परिजनों को सौंपा गया था….बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर मृतक बच्चे के परिजन अब आरोपी अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कह रहे हैं।