देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में आज कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर बगोली के पास चलती कार पर मौत बनकर गिरी एक चट्टान की चपेट में आने से कार सवार पति-पत्नी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई…. इस भीषण दुर्घटना में मरने वाले मृतक दंपति चमोली जिले के थराली स्थित ग्राम एटा के रहने वाले थे….
स्थानीय पुलिस क्षेत्राधिकारी अमित कुमार के अनुसार रविवार को देहरादून से अपनी कार संख्या UK 11 6123 में सवार होकर अपने गांव मेटा आ रहे…. 45 वर्षीय बलवीर सिंह पुत्र पुष्कर सिंह और उनकी 40 वर्षीय पत्नी सावित्री देवी जब कार में बेफिक्र होकर कर्णप्रयाग से ग्वालदम की तरफ जा रहे थे तो बगोली के पास दोपहर करीब 3.30 बजे उनकी कार पर एकाएक पहाड़ से बड़ी चट्टान गिर गई और मौके पर ही कार सवार दंपत्ति की दर्दनाक मौत हो गई….
इस भीषण दुर्घटना के बाद पहले तो स्थानीय लोगों ने मृतक दंपति के शवों को कार से बाहर निकालने का काफी प्रयास किया पर जब सफलता हाथ नहीं लगी तो जेसीबी की मदद से मृतक दंपति के शवो को कार से बाहर निकाल कर स्थानीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है….
दरअसल कड़वी सच्चाई यह है कि पहाड़ पर रहना और जीवन यापन करना किसी संघर्ष से कम नहीं है….पहाड़ पर रहने वाले लोगों को अक्सर खराब मौसम में जान जोखिम में डालकर अपने जरूरी कामों के लिए सड़क पर सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ता है….
हम आपको बता दें कि बरसात का सीजन शुरू होने के बाद से ही पहाड़ का सफर काफी खतरनाक हो जाता है…. खराब मौसम में पहाड़ी रास्तों पर सफर करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसका अंदाजा आप चमोली के बगोली क्षेत्र में आज हुई इस दुर्घटना की वीडियो और फोटोग्राफ्स को देखकर लगा सकते हैं….
इसलिए बरसात के मौसम में अगर बहुत जरूरी हो तभी पहाड़ी रास्तों पर सफर करना चाहिए,क्योंकि बरसात के कारण मिट्टी की पकड़ ढीली होने से इन दिनों पर्वती मार्गों पर भूस्खलन और चट्टान गिरने की घटनाएं होती रहती हैं।