बीते 22 जुलाई को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद से एसटीएफ ने पेपर लीक मामले की जांच शुरू कर दी थी और पेपर लीक मामले में अब तक एसटीएफ उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत और रामनगर के स्टोन क्रेशर मालिक चंदन सिंह मनराल सहित कुल 22 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है….पेपर लीक मामले में कुमाऊं मंडल में पेपर लीक करने वाले गिरोह ने काशीपुर और जसपुर को केंद्र बनाया था….उधर इस पूरे मामले में STF ने आज बागेश्वर का सरकारी शिक्षक जगदीश गोस्वामी पुत्र गोपाल बाबू गोस्वामी निवासी-चांदी खेत,PO/गनाई,थाना-चौखुटिया,जिला-अल्मोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है….आरोपी जगदीश गोस्वामी ने अपने आसपास के इलाकों के छात्रों को एकत्र कर परीक्षा से 1 दिन पूर्व वाहन से धामपुर ले जाकर सभी को प्रश्न पत्र और उत्तर याद कराया उसके बाद फिर वापस सभी लोगों को परीक्षा केंद्रों पर छोड़ दिया था….
(एसटीएफ की गिरफ्त में शिक्षक जगदीश गोस्वामी)
सूत्रों की माने तो जल्द ही एसटीएफ कुमाऊं मंडल के नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिले से इस पूरे मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर सकती है…हम आपको बता दें कि इससे पूर्व एसटीएफ नैनीताल कोर्ट में तैनात कनिक सहायक महेंद्रर चौहान सितारगंज कोर्ट में तैनात कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी,किच्छा के गौरव नेगी,रामनगर कोर्ट में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हिमांशु कांडपाल, काशीपुर के दीपक शर्मा और काशीपुर के एसपी सिटी के गनर अमरीश गोस्वामी सहित जसपुर के रहने वाले सचिवालय में निजी सहायक के पद पर तैनात सूर्य प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार कर चुकी है….
(STF की हिरासत में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार स्टोन क्रेशर स्वामी चंदन सिंह मनराल)
रामनगर से एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार स्टोन क्रेशर स्वामी चंदन सिंह मनराल रामनगर के ग्राम लखनपुर का रहने वाला है,चंदन सिंह मनराल के पास लगभग 15 एकड़ भूमि के साथ-साथ एक दर्जन ट्रक और डंपर भी हैं…इसके अलावा चंदन सिंह मनराल एक एनजीओ भी चलाता है। हम आपको बता दें कि पेपर लीक मामले में अब तक STF 22 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है….इस पूरे मामले में कुमाऊं मंडल के काशीपुर से गिरफ्तार दीपक शर्मा के पास से एसटीएफ 35 लाख रुपए भी बरामद कर चुकी है। एसटीएफ को जांच में यह भी पता चला कि चंदन सिंह मनराल ने जिन सात कैंडिडेट को वाहन के द्वारा धामपुर भिजवाया था उन सभी सातों कैंडिडेट ने 20-20 लाख रुपए चंदन सिंह मनराल को देने थे और चंदन सिंह मनराल को कैंडिडेटो से 84 लाख रुपए मिल भी गए थे….हम आपको बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दो और भर्ती परीक्षा में धांधली का पता चलने के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने एसटीएफ को सचिवालय रक्षक और न्यायिक कनिष्ठ सहायक की भर्ती के लिए आयोजित हुई परीक्षा की भी गहन जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
असल में पेपर लीक मामले में नैनीताल, रामनगर और सितारगंज कोर्ट में तैनात तीन कनिष्ठ सहायकों की गिरफ्तारी के बाद से इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि वर्ष 2019 में हुई न्यायिक कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार तीनों आरोपी कनिष्ठ सहायक नकल के द्वारा ही पास हुए होंगे, इसके अलावा कई और तथ्य भी एसटीएफ की जांच में सामने आए हैं….उधर सचिवालय सुरक्षा संवर्ग में भी नकल की बात सामने आने के बाद न्यायिक कनिष्ठ सहायक और सचिवालय रक्षक की भर्ती के लिए आयोजित हुई परीक्षा की जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं….बहरहाल पेपर लीक के इस पूरे मामले में अब एसटीएफ के रडार पर कुमाऊं मंडल से दर्जनों की संख्या में वो अभ्यर्थी भी हैं,जिन्होंने पैसे देकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की है।
रुद्रपुर:पेपर लीक मामले में रामनगर के स्टोन क्रेशर संचालक चंदन सिंह मनराल सहित 22 लोगों की गिरफ्तारी के बाद STF के रडार पर नैनीताल और ऊधमसिंहनगर के दर्जनों लोग
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