ऐसा नहीं है कि केवल राज्य में दूरदराज के क्षेत्रों में बने कुछ होटल और रिसॉर्ट ही अय्याशी का अड्डा बने हुए हैं,तराई में कुछ ऐसे पूंजीपति और धन्ना सेठ है, जिनके फार्म हाउस पर आए दिन अंधेरी रात में कुछ अलग ही महफिलें सजती है….रुद्रपुर के ऐसे ही एक बड़े ट्रांसपोर्टर जिसके पास कुछ वर्ष पूर्व तक मात्र 5 से 10 ट्रक होते थे और आज सैकड़ों ट्रकों का काफिला मौजूद है,उसके फार्म हाउस पर बीते कुछ दिनों पूर्व देर रात एक अधिकारी पहुंचे,जहां उनकी सेवा के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद थी….जी हां,कहने का अर्थ समझ रहे हैं ना आप….
पर ट्रांसपोर्टर के फार्म हाउस पर पहुंचे अधिकारी ने कुछ ज्यादा ही शराब पी ली और महाशय की तबीयत खराब हो गई….जब नशे में धुत अधिकारी घर जाने के लिए खड़े भी ना हो पाए तो आखिरकार साहब के सरकारी वाहन के चालक ने इस बात की सूचना उनकी धर्मपत्नी को दे दी और कुछ देर बाद मौके पर अधिकारी की पत्नी भी पहुंच गई,जिसके बाद देर रात मौके पर जमकर हंगामा भी हुआ और अधिकारी की पत्नी ने मौके पर मौजूद लोगों के साथ-साथ अपने पति परमेश्वर को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई….
पर जब घर पहुंचने के बाद भी हैंगओवर हो चुके अधिकारी की तबीयत ठीक नहीं हुई तो मौके पर डॉक्टर तक को बुलाना पड़ा और ऐसा नहीं है कि इस पूरे मामले की जानकारी आला अधिकारियों को नहीं थी पर चूँकि मामला एक अधिकारी से जुड़ा हुआ था इसलिए पूरे मामले को दबा दिया गया….दरअसल जिस ट्रांसपोर्टर के फार्म हाउस पर अंधेरी रात में रंगीन मिजाज अधिकारी मौज मस्ती करने गए थे,वहां आए दिन कोई न कोई VVIP आता ही रहता है और सूत्रों की माने तो रुद्रपुर में खासतौर पर जो लोग सीधे तरीके से अपने टेढ़े काम करवाने में असमर्थ होते हैं वो लोग लाइजनर रूपी इस ट्रांसपोर्टर की मदद से साम-दाम-दंड-भेद के फार्मूले को अपनाकर अपना काम आसानी से करवा लेते हैं….
हम आपको बता दें कि कुछ वर्ष पूर्व रुद्रपुर में तैनात एक चर्चित पुलिस अधिकारी को टेढ़ा काम कराने के एवज में इस ट्रांसपोर्टर ने एक लग्जरी कार भी गिफ्ट की थी और उस दौरान भी रुद्रपुर में पुलिस से जुड़े बड़े से बड़े मामलों की पंचायत में ये ट्रांसपोर्टर मौजूद रहता था….सूत्रों के अनुसार इस ट्रांसपोर्टर के पास करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति है और अधिकारियों की काली कमाई को भी ये रुद्रपुर,किच्छा और गदरपुर क्षेत्र में जमीनों के कारोबार में खपाने का काम करता है….
अंकिता हत्याकांड के बाद जिस तरीके से राज्य सरकार अवैध रूप से संचालित होने वाले होटलों और रिसॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई कर रही है ठीक उसी के अनुरूप फार्म हाउसों पर देर रात के वक्त होने वाली इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर भी स्थानीय पुलिस-प्रशासन को नजर रखनी चाहिए और कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए….कुल मिलाकर राज्य सरकार के विजिलेंस और खुफिया विभाग को ऐसे लोगों पर नजर रखनी चाहिए और ऐसे लोगों का कच्चा चिट्ठा तैयार कर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए….अगर ऐसे लोगों के काले और सफेद कारोबार की ED यानी प्रवर्तन निदेशालय जांच कर ले तो निश्चित तौर पर आर्थिक अपराध से जुड़े कई बड़े का खुलासा भी जरूर होगा।
रुद्रपुर:क्या अय्याशी का अड्डा बना ट्रांसपोर्टर का फार्म हाउस,रातों को सजती हैं महफिलें ?
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