जी हां,रुद्रपुर के नैनीताल रोड पर स्थित पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर से हुई लाखों रुपए के सरिया चोरी के मामले की जांच जहां एक तरफ अब ठंडे बस्ते में पहुंच गई है,वहीं दूसरी तरफ निर्माणाधीन हॉस्पिटल परिसर से अब युद्ध स्तर पर हरे-हरे गगनचुंबी पेड़ों की कटाई शुरू हो गई है पर मजे की बात देखिए एक तरफ तो बीते कई माह से निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर में सभी प्रकार के निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद पड़े हुए हैं,वहीं दूसरी तरफ हरे-हरे पेड़ों के कटान का काम युद्धस्तर पर चल रहा है….
अब सवाल यह उठता है कि जब मौके पर किसी प्रकार का कोई निर्माण हो ही नहीं रहा है तो फिर आखिरकार हरे-हरे गगनचुंबी पेड़ क्यों काटे जा रहे हैं और तो और मौके पर मौजूद 2 लोग निर्माणाधीन हॉस्टल के पिलर्स पर मौजूद लोहे के सरियों पर चढ़ी बेल को हटाने का काम भी कर रहे थे,जिसे देखकर तो ऐसा लग रहा था कि सरिया काट गिरोह की मनसा कुछ ठीक नहीं है और हो सकता है कि पिलर्स पर मौजूद लाखों के सरिए जल्द ही गायब हो जाए….
उधर इस पूरे मामले पर जब हमने वन क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर बी करिया से बात की तो उनका यह कहना था कि 1 वर्ष पूर्व पेड़ कटाने की अनुमति दी गई थी पर जब हमने यह पूछा कि कितने पेड़ों को काटने की अनुमति ली गई थी और 1 वर्ष पूर्व कितने पेड़ काटे गए थे तो इस बारे में वन क्षेत्राधिकारी कुछ भी नहीं बता पाए….
इस पूरे मामले पर जब हमने मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्पिटल का निर्माण करने वाली JRA इंफ्राटेक के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि जब निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर की बुनियाद का काम शुरू हुआ उस दौरान कुछ पेड़ों को कटाने की अनुमति वन भाग से ली गई थी और उसी दौरान पेड़ कटवा भी दिए गए थे पर अब पेड़ों को कटवाने की कोई आवश्यकता नहीं है,क्योंकि फाउंडेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है पर बावजूद इसके निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज परिसर से बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों का कटान क्यों हो रहा है यह बात समझ से परे है….उधर इस पूरे मामले पर जब हमने तराई केंद्रीय वन प्रभाग के डीएफओ वैभव कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि वो इस पूरे मामले को दिखवा रहे हैं….
इस पूरे मामले को देख कर तो सवाल यह भी उठता है कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि वन विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से कुछ लकड़ी तस्कर पेड़ कटान की पुरानी अनुमति के आधार पर अवैध तरीके से हरे पेड़ों पर आरी चला रहे हैं,क्योंकि अगर वन विभाग से एक वर्ष पूर्व पेड़ काटने की अनुमति मांगी गई थी और वन विभाग द्वारा अनुमति दे दी गई थी तो आखिरकार क्या कारण है कि 1 साल बाद मौके पर हरे पेड़ों का कटान किया जा रहा है ? वो भी तब जब मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल का निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है….
उधर एक टिंबर कारोबारी ने हमें ये बताया कि एक स्थानीय वन दरोगा की इस पूरे मामले में भूमिका संदिग्ध है और मौके पर लकड़ी कटान के कार्य को रामपुर स्वार का रहने वाला एक लकड़ी कारोबारी अंजाम दे रहा है….इस पूरे मामले पर हमने जब DG हेल्थ डॉक्टर शैलजा भट्ट से बात की तो उनका यह कहना था कि आज तड़के एक सड़क दुर्घटना में वह घायल हो गई हैं और फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं,इसलिए वह इस पूरे मामले में कुछ कहने में असमर्थ हैं….दरअसल बीते 13 सितंबर को हमने आपको दिखाया था कि कैसे कुछ लोग रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर में दिनदहाड़े आधा दर्जन से अधिक गैस कटर और जनरेटर के द्वारा बेखौफ होकर खुलेआम सरकारी संपत्ति पर मौजूद आरसीसी पिलर्स से सरिया काटने का काम कर रहे थे….
हमने आपको यह भी दिखाया था कि कैसे कैमरे से बचने के लिए मौके पर मौजूद सभी लोग कुछ ही मिनट में नौ दो ग्यारह भी हो गए थे….इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने चोरी की वारदात को अंजाम देने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए बीते 13 सितंबर को ही पंतनगर पुलिस को तहरीर भी सौंप दी थी पर इस पूरे मामले में शुरुआत से ही जिला पुलिस की भूमिका संदिग्ध थी और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की तहरीर पर मुकदमा ना लिखकर पुलिस ने अपनी मंशा भी जाहिर कर दी थी….अतः अब इस पूरे मामले की जांच डीआईजी कुमाऊं के आदेश पर नैनीताल पुलिस के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ जगदीश चंद्र कर रहे हैं…..
हम आपको बता दे कि इस पूरे मामले में जसपुर सहित जिले के दो सफेदपोश लोगों का नाम सामने आने के बाद विपक्ष ने भी इस पूरे मामले को मुद्दा बनाया था और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी….इस पूरे मामले को किच्छा के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश शुक्ला ने राज्य के हुक्मरानों के समक्ष भी काफी मजबूती के साथ उठाया था….बहरहाल निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर के निर्माणाधीन परिसर में बीते एक माह के अंदर यह दूसरी घटना है जिसे देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित हैं और लोगों के मन में बार-बार यह प्रश्न एक लगा है कि आखिरकार रुद्रपुर के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में ये हो क्या रहा है ?
कभी कोई लाखों रुपए की सरिया काट के ले जा रहा है और कभी कोई हरे पेड़ काट कर ले जा रहा है और पूरे मामले पर न तो किसी की जवाबदेही तय है और ना ही कोई इस पूरे मामले पर कुछ कहने को तैयार है….कुल मिलाकर कम से कम इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जिम्मेदार आला अधिकारीयों को यह बताना चाहिए कि आखिरकार रुद्रपुर के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल परिसर में ये सब क्या और क्यों हो रहा है ?
*रुद्रपुर:मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल से हुई लाखों की सरिया चोरी की जांच ठंडे बस्ते में और अब पेड़ कटान हुआ शुरू*
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