POORAN RAWAT/EDITOR
ये मंजिले बड़ी जिद्दी होती हैं, हासिल कहां नसीब से होती हैं…. मगर वहां तूफान भी हार जाते हैं, जहां कश्तियां जिद्द पर होती है!
जी हां….उत्तराखंड के दूरस्थ पर्वतीय जनपद पिथौरागढ़ के डीडीहाट क्षेत्र में इन दिनों डीडीहाट यूथ सोसाइटी के योद्धा कोरोना के खिलाफ मैदान-ए-जंग में उतर कर युद्ध लड़ रहे हैं….
डीडीहाट यूथ सोसाइटी के इन योद्धाओं ने लॉक डाउन जारी होने के बाद पहले तो एक रोटी बैंक बनाया और बाद में इस सोसाइटी के युवा सदस्यों के साथ ही स्थानीय महिलाएं और बुजुर्ग भी कोरोना के खिलाफ जंग में एक साथ मैदान में उतर गए….
इस सोसाइटी से जुड़े हुए सभी लोग सुबह से लेकर शाम तक अपने संसाधनों से भूखे-प्यासे गरीब श्रमिकों और असहाय लोगों के लिए भोजन बनाने का काम करते हैं….साथ ही संस्था से जुड़े अन्य सदस्यों की दूसरी टीम भोजन पैक होने के बाद लोगों में भोजन वितरण का काम करती हैं….
हम आपको बता दें कि पहाड़ के दूरस्थ जिलों में भी बड़ी संख्या में देश के मैदानी राज्यों के श्रमिक मजदूरी का काम करते हुए अपना जीवन यापन करते हैं पर लॉक डाउन जारी होने के बाद डीडीहाट में काम करने वाले सभी मजदूर पहाड़ में ही फंसकर रह गए हैं…. इनमें से कुछ मजदूर तो यहां अपने परिवार के साथ रहते हैं….
इसके अलावा लॉक डाउन जारी होने के बाद डीडीहाट में बड़े पैमाने पर नेपाली समुदाय के लोग भी फंस गए हैं,जो यहां से चाहकर भी अब नेपाल नहीं जा पा रहे हैं….डीडीहाट में मजदूरी करने वाले गरीब और नेपाली मूल के लोगों को डीडीहाट यूथ सोसाइटी के यह सभी सदस्य तीन वक्त का भोजन मुहैया करवा कर हैं मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं|