एक तरफ जहां पंजाब और हरियाणा में विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले इमीग्रेशन सेंटरों पर अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ कुछ कानूनी पाबंदियां भी लगा दी है,वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के तराई में बसे जनपद ऊधमसिंहनगर में संचालित होने वाले इमीग्रेशन केंद्र और ओवरसीज संचालकों ने एक सराहनीय पहल करते हुए विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए “ऊधमसिंहनगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी” का गठन कर दिया है और नवगठित समिति के संयोजक गुरजिंदर सिंह संधू बनाए गए हैं….विदेश भेजने के नाम पर लगातार युवाओं के साथ हो रही धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए इन दिनों पंजाब और हरियाणा में राज्य सरकार में नियम कानून को ताक पर रखकर संचालित हो रहे ओवरसीज और इमीग्रेशन सेंट्रो पर पाबंदी लगा दी है….
ऊधमसिंहनगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी के संयोजक गुरजिंदर सिंह संधू ने बताया कि कुछ केंद्र संचालक पैसों के लालच में नियम-कानून को तक पर रखकर विदेश भेजने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं,जिस कारण नियम-कानून के दायरे में रहकर साफ सुथरे तरीके से कम करने वाले इमीग्रेशन सेंटर संचालक भी बदनाम हो रहे हैं….संधू ने यह भी कहा कि कुछ अवैध इमीग्रेशन केंद्र संचालकों के अवैध कारनामों के कारण,विदेश भेजने के नाम पर लोगों के साथ होने वाली ठगी के मामलों की आड़ में जिले के सभी इमीग्रेशन केंद्र संचालकों को कुछ लोग कबूतरबाज की संज्ञा दे रहे हैं जो निहायत ही निंदनीय,आपत्तिजनक और शर्मनाक है….संधू का यह भी कहना है कि ऊधमसिंहनगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी का उद्देश्य विदेश भेजने के नाम पर किसी के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना और किसी के मेहनत से कमाए गए लाखों रुपए को बर्बाद करना नहीं है….
दरअसल जिले में संचालित होने वाले कई ओवरसीज अथवा इमीग्रेशन सेंटरों के माध्यम से जिले के हजारों युवा वर्तमान समय में विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ कई नामी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में भी अपना भविष्य सवार रहे हैं….संधू ने यह भी बताया कि जिले के इमीग्रेशन सेंटर संचालक उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने वाले युवाओं को सर्विस प्रोवाइडर के तौर सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं और वर्तमान समय पर जिले में लगभग 100 से 150 इमीग्रेशन और ओवरसीज सेंटर संचालित हो रहे हैं….विदेश भेजने के नाम पर युवाओं के साथ ठगी करने वाले लोगों को चिन्हित करने के लिए ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी द्वारा सात सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया है….हम आपको बता दें कि जनपद ऊधमसिंहनगर से प्रतिवर्ष लगभग 500 से 600 की संख्या में छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए ओवरसीज अथवा इमीग्रेशन सेंटर के माध्यम से विदेश जाते हैं,जिसके तहत सबसे पहले इमीग्रेशन सेंटर में आने वाले युवा को किसी भी अप्रूव्ड यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए परफेक्ट बनाया जाता है और अप्रूव्ड यूनिवर्सिटी का एग्जाम पास करने के बाद संबंधित यूनिवर्सिटी सिलेक्ट युवकों को ऑफर लेटर भेजती है….
इसके बाद संबंधित यूनिवर्सिटी की फीस बैंक के माध्यम से सिलेक्ट युवक अथवा उसके परिजन यूनिवर्सिटी को भेजते हैं….बैंक के माध्यम से फीस ट्रांसफर करने के बाद चयनित युवक वीजा के लिए आवेदन करता है और वीजा मिलने के बाद स्टूडेंट को सकुशल विदेश भेजने के लिए ओवरसीज अथवा इमीग्रेशन सेंटर नियम के अनुसार मदद भी करते हैं….चयनित युवक विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ वहां रोजगार के अवसरों में भी अपना भाग्य आजमाते हैं और पढ़ने के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं….इसके एवज में संबंधित यूनिवर्सिटी सर्विस प्रोवाइडर यानी इमीग्रेशन सेंटर संचालकों को कमीशन भी उपलब्ध कराती है और प्राप्त कमीशन पर सर्विस प्रोवाइडर जीएसटी भी अदा करते हैं….अप्रूव्ड यूनिवर्सिटी में आवेदन करने वाले युवक की फीस भी यूनिवर्सिटी के खाते में ही जमा होती है….जिले से उच्च शिक्षा ग्रहण के लिए ज्यादातर छात्र-छात्राएं विदेश की नामी यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो,यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू,मैक गिल यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलंबिया,कैपिलेनो यूनिवर्सिटी,कर्टन यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी कनाडा वेस्ट से शिक्षा ग्रहण कर अपना उज्जवल भविष्य बना रहे हैं….
ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी के संयोजक गुरजिंदर सिंह संधू ने यह भी कहा कि जिले में संचालित होने वाले ओवरसीज संस्थान उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्र-छात्राओं को कानूनी तौर पर विदेश भेजने में एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं और उनकी समिति से जो भी इमीग्रेशन सेंटर जुड़े हैं वो बेदाग हैं साथ ही साथ उन पर किसी भी प्रकार का कोई आरोप भी नहीं है….संधू ने यह भी बताया कि जिस संस्थान पर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं उस संस्थान को समिति का सदस्य नहीं बनाया जाएगा और समिति के बायोलॉजी के अनुरूप ही किसी अन्य संस्था को सोसाइटी की सदस्यता दी जाएगी….संधू ने विदेश जाने के इच्छुक युवकों के परिजनों से यह अपील की है कि वो किसी गलत संस्था के चक्कर में ना पड़े और पूरी छानबीन के बाद ही अपने बच्चों का दाखिला किसी प्रतिष्ठित ओवरसीज अथवा इमीग्रेशन सेंटर में कराने का प्रयास करें….
साथ ही संधू ने यह भी साफ कहा कि विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाने वाले छात्रों से कोई भी ओवरसीज अथवा इमीग्रेशन सेंटर नगद में फीस ग्रहण नहीं करता है,केवल अकाउंट के माध्यम से ही फीस संबंधित अप्रूव यूनिवर्सिटी को अदा की जाती है और अगर कोई इमीग्रेशन केंद्र अथवा ओवरसीज फीस के तौर पर लाखों रुपए नगद लेता है तो यह समझ जाइए की वो धोखाधड़ी कर रहा है…. ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी के संयोजक ने यह भी साफ कहा कि विदेश भेजने के नाम पर युवकों से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के उद्देश्य से जल्द ही उनकी समिति व्यापक स्तर पर एक जागरूकता कार्यक्रम चलाकर फर्जी संस्थाओं का पर्दाफाश भी करेगी और इसके लिए समिति पुलिस-प्रशासन की मदद भी लगी….इन सभी मामलों को लेकर समिति के पदाधिकारी जल्द ही जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से मुलाकात कर समिति के एजेंडा से जिले के दोनों आला अधिकारियों को अवगत कराने के साथ-साथ विदेश भेजने के नाम पर हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन की हर प्रकार से मदद भी करेंगे….ऊधमसिंहनगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसाइटी भविष्य में भी विदेश में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के सपने को साकार करने के लिए हर कदम पर युवाओं की मदद करेगी।
**ऊधमसिंहनगर:एक मंच पर आए ओवरसीज कंसलटेंट,लोगों को धोखाधड़ी से बचने के लिए चलाएंगे जागरूकता अभियान…DM और SSP से भी करेंगे मुलाकात**
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