तराई में बसे जनपद उधमसिंहनगर में वैसे तो अवैध खनन का कारोबार जोरो पर चलता है पर जिले में कुछ ऐसे स्टोन क्रशर संचालक भी हैं जो वैध की आड़ में अवैध खनन का कारोबार कर रहे हैं….जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने वैध की आड़ में अवैध रूप से उपखनिज का कारोबार करने वाले स्टोन क्रेशरों पर इस बार काफी सख्ती के साथ शिकंजा कसा है,इसका ताजा उदाहरण बीते मार्च माह में काशीपुर में भी देखने को मिला,जहां काशीपुर के जुड़का स्थित नेशनल स्टोन क्रशर और ढकिया कला स्थित मुरलीवाला स्टोन इंडस्ट्रीज से लगती हुई भूमि पर रिसाइकिलिंग टैंक (पिट खोदने) और उसमें से निकलने वाले उपखनिज की निकासी के लिए मिली अनुमति का स्टोन क्रशर स्वामियों ने गलत लाभ उठाते हुए जमकर अवैध उप खनिज की निकासी करी….
इस पूरे मामले पर शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन और खनन विभाग की एक संयुक्त जांच टीम ने बीते मार्च माह में जब मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की विस्तृत जांच की तो जांच में पाया कि दोनों ही स्टोन क्रशरों द्वारा
रिसाइकिलिंग टैंक के नाम पर मौके पर अनुमति से ज्यादा खुदाई की गई और उप खनिज निकाला गया,जिसके बाद संयुक्त जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर जिला खनन अधिकारी ने नेशनल स्टोन क्रशर पर 16 करोड़ 26 लाख 13 हजार 520 रुपए और मुरलीवाला स्टोन इंडस्ट्रीज पर 99 लाख, 60 हजार,720 रुपए का जुर्माना वसूल करने की अपनी संस्तुति रिपोर्ट जिलाधिकारी युगल किशोर पंत को भेज दी और संयुक्त जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के तत्काल बाद जिलाधिकारी ने इस पूरे मामले पर बेहद सख्त रुख दिखाते हुए संबंधित दोनों स्टोन क्रशरों को दी गई रिसाइकिलिंग टैंक (पिट खोदने) की अनुमति को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया….
इसी प्रकार बीते अप्रैल माह में बाजपुर के जोगीपुरा में स्थित जोगीपुरा स्टोन क्रशर पर जिला प्रशासन और खनन विभाग एक संयुक्त टीम ने छापा मारकर स्टोन क्रशर परिसर में बड़े पैमाने पर अवैध उप खनिज का स्टॉक पाया,जिसके बाद मूल्यांकन और नाप-जोख के आधार पर खनन और जिला प्रशासन की टीम ने स्टोन क्रशर पर लगभग 4 करोड़ 15 लाख रुपए का जुर्माना वसूल करने की अपनी संस्तुति रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी थी….पर इस पूरे मामले में अब जोगीपुरा स्टोन क्रशर के संचालक खुद पर लगाए गए जुर्माने को गलत करार देते हुए कोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं….विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार इन दोनों मामलों में सामान्य बात यह है कि काशीपुर के नेशनल स्टोन क्रशर और बाजपुर के जोगीपुरा स्टोन क्रेशर के मालिक खनन कारोबारी चौधरी समरपाल सिंह हैं,हालांकि चौधरी समर पाल सिंह का ये कहना है कि संबंधित स्टोन क्रशर के वो अकेले मालिक नहीं हैं और दोनों स्टोन क्रशर का संचालन उनके और उनके कई पार्टनर्स के द्वारा किया जा रहा है….हालांकि अभी तक नेशनल स्टोन क्रशर और जोगीपुरा स्टोन क्रशर के संचालकों ने जिला-प्रशासन द्वारा लगाए गए जुर्माने की धनराशि में से एक रुपए का जुर्माना भी सरकारी खजाने में जमा नहीं करवाया हैं।
नेशनल स्टोन क्रेशर और जोगीपुरा स्टोन क्रशर के जुर्माने की राशि को जोड़ दिया जाए तो लगभग 20 करोड़ रुपए का बड़ा जुर्माना बन जाता है….इस वर्ष के खनन सीजन पर अगर गौर फरमाया जाए और स्टोन क्रशरों पर लगाए गए जुर्माने की राशि को देखा जाए तो अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना नेशनल स्टोन क्रशर के बाद जोगीवाला स्टोन क्रेशर पर लगाया गया है पर ऐसा नहीं है कि केवल काशीपुर और बाजपुर के केवल इन तीन स्टोन क्रशरों के खिलाफ ही वैध की आड़ में अवैध रूप से उप खनिज भंडारण को लेकर खनन विभाग एवं जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई की गई हो….दरअसल अवैध उपखनिज के भंडारण को लेकर खनन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम इस खनन सीजन में अब तक बाजपुर और किच्छा क्षेत्र के 13 अन्य स्टोन क्रशरों पर लाखों रुपए का जुर्माना लगा चुकी है….कुल मिलाकर इस खनन सीजन में खनन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध उपखनिज का कारोबार करने वाले स्टोन क्रशरों पर सख्ती से शिकंजा कसने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर जुर्माना वसूल कर सरकार के राजस्व में भी वृद्धि की है।
ऊधमसिंहनगर:उप खनिज के अवैध खनन और भंडारण पर प्रशासन हुआ सख्त,जानिए किस स्टोन क्रशर पर लगा सबसे बड़ा जुर्माना
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