अपने विवादित कारनामों से सुर्खियों में रहने वाले सामिया इंटरनेशनल बिल्डर का एक और नया कारनामा सामने आया है….सामिया बिल्डर के रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर की वैधता बीते वर्ष 2018 में ही समाप्त हो गई है और नियमानुसार जिस बिल्डर अथवा डेवलपर के रजिस्ट्रेशन नंबर की वैधता समाप्त हो जाती है वो अपने प्रस्तावित कॉलोनी में मौजूद प्लॉट अथवा मकान की रजिस्ट्री नहीं करवा सकता है पर बावजूद इसके साम-दाम-दंड-भेद के आधार पर सामिया लेक सिटी की रजिस्ट्रीया धड़ल्ले से की जा रही हैं,जबकि अभी हाल ही में सामिया लेक सिटी कॉलोनी का नक्शा भी लगभग दो करोड़ रुपए का रिवाइज शुल्क जमा न करने के कारण जिला विकास प्राधिकरण ने कैंसिल कर दिया है और कॉलोनी में किसी भी प्रकार के नए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है….
(रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर की वैधता हुई समाप्त का प्रमाण)
इसके अलावा तहसील प्रशासन रुद्रपुर ने सामिया बिल्डर से दो करोड़ 60 लाख भी वसूल करने हैं और बार-बार नोटिस भेजने के बाद जब तक कॉलोनी प्रबंधन ने तहसील प्रशासन में दो करोड़ 60 लाख जमा नहीं कराए तो तहसील प्रशासन ने भी लेकसिटी की लगभग 44 एकड़ जमीन को बकायदा खसरा खतौनी में कुर्क कर दिया है….हम आपको बता दें कि वर्तमान दौर में किसी जनहित और भ्रष्टाचार के मामले को खबर के माध्यम से उठाना किसी पत्रकार के लिए किसी संघर्ष से कम नहीं है इसका ताजा उदाहरण आज हम आपके सामने रख रहे हैं….
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई लगभग 44 एकड़ जमीन का प्रूफ)
दरअसल बीते 27 अक्टूबर को हमने अपने ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल पर राज्य की सबसे बड़ी निर्माणाधीन आवासीय कॉलोनी सामिया लेक सिटी का नक्शा रिवाइज शुल्क जमा न करने के कारण जिला विकास प्राधिकरण द्वारा निरस्त किए जाने की खबर का सबसे पहले खुलासा करते हुए पूरे मामले को प्रमुखता से उठाया था….अपनी खबर में हमने यह भी बताया था कि ऊधमसिंहनगर जिला विकास प्राधिकरण ने लगभग दो करोड़ रुपए की मैप रिवाइज फीस जमा न करने पर काशीपुर रोड पर विकसित हो आवासीय कॉलोनी सामिया लेक सिटी का नक्शा निरस्त करते हुए कॉलोनी परिसर में किसी भी प्रकार के नए निर्माण पर रोक लगा दी थी….खबर में दोनों पक्षों का वर्जन लेने के उद्देश्य से जब हमने सामिया लेकसिटी के डायरेक्टर सगीर खान को फोन किया तो सुनिए उन्होंने हमें किस तरह से खबर न बनाने का आग्रह करते हुए प्रलोभन भी दिया और तो और प्राधिकरण के अधिकारियों पर सगीर खान ने खाने-पीने के लिए नक्शा निरस्त करने का आरोप लगाया पर बावजूद इसके जनहित से जुड़ी इस खबर को हम ने प्रमुखता से उठाया….
28 अक्टूबर को राष्ट्रीय अखबारों ने भी इस खबर को प्रमुखता से उठाया
इसके बाद हमने बीते 1 नवंबर को एक बार फिर राज्य की सबसे बड़ी आवासी कॉलोनी होने का तमगा इस कॉलोनी की लगभग 44 एकड़ भूमि को तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क किए जाने की खबर को प्रमुखता से सबसे पहले अपने पोर्टल में ऑनलाइन प्रकाशित किया और खबर में हमने यह भी बताया कि रेरा कोर्ट में चल रहे 16 मामलों की रिकवरी आदेश पर सामिया इंटरनेशनल बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड से रुद्रपुर तहसील प्रशासन को 2 करोड़ 60 लाख रुपए वसूल करने हैं पर बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी सामिया प्रबंधन ने तहसील प्रशासन में जब 2 करोड़ 60 लाख रुपए जमा नहीं करवाएं तो बीते 6 जनवरी वर्ष 2021 को तत्कालीन उप जिलाधिकारी के आदेश पर रुद्रपुर तहसील प्रशासन ने सामिया इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की लगभग 44 एकड़ भूमि कुर्क कर दिया था,जिसका विवरण भी बकायदा ग्राम दानपुर के खाता खतौनी संख्या 00825 और 00826 में भी दर्ज है साथ ही हमने अपनी खबर में दस्तावेजों के साथ यह भी दिखाया और बताया था कि वर्ष 2013 में सामिया इंटरनेशनल बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड ने अपने खेत नंबर 355 रकबा 2.968 हेक्टेयर भूमि को 8 करोड रुपए में दिल्ली के बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा 16 संसद मार्ग में बंधक रखा है,लिहाजा उस संबंधित खसरे और रकबे की भूमि पर भी फिलहाल किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं हो सकता है….
हमारी इस खबर को भी राष्ट्रीय अखबार के पोर्टल के साथ ही कई प्रमुख ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल ने भी प्रमुखता से उठाया था….कुल मिलाकर इन दोनों खबरों को सबसे पहले प्रमुखता से हमारे पोर्टल ने उठाया और दिखाया था इसलिए सामिया लेकसिटी के डायरेक्टर शकील खान अब इस पूरे मामले पर खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की तर्ज पर कई अनर्गल आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं और तो और सगीर खान ने इस पूरे मामले को प्रमुखता से दिखाने को लेकर एक वरिष्ठ पत्रकार को व्हाट्सएप पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी भी दी….असल में अपनी गलतियों को ठीक करने के स्थान पर सगीर खान अब उन पत्रकारों को निशाना बनाने की फिराक में है जिन्होंने इस पूरे मामले को सबसे पहले प्रमुखता से प्रकाशित किया उधर सूत्रों के अनुसार सगीर खान इस पूरे मामले में कुछ अपराधिक तत्वों के संपर्क में भी हैं….
दरअसल सामिया प्रबंधन इस नीति पर काम कर रहा है कि पहले मानहानि का एक नोटिस देकर खबर लिखने वालों पत्रकार को डराया जाए और ना माने तो रंगदारी का आरोप लगाकर कोर्ट में पत्रकार को उलझा कर पत्रकारों का ध्यान ध्यान डाइवर्ट कर दिया जाए….हम आपको बता दें कि सगीर खान पर 420 सहित कई धाराओं में मुकदमे भी दर्ज है….विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सगीर खान इन दिनों सार्वजनिक तौर पर यह कह रहे हैं कि इस पूरे मामले को लेकर वो खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकार पर रंगदारी मांगने और मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाएंगे….इस पूरे मामले से जुड़े एक और बड़े गड़बड़ झाले का खुलासा कल हम आपके समक्ष करेंगे और अगर इस पूरे मामले पर प्रशासन जल्द ही आरोपी बिल्डर के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई नहीं करता है तो जनहित से जुड़े इस पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की जाएगी,क्योंकि इस पूरे मामले में अपने खून-पसीने की गाढ़ी कमाई से सामिया लेकसिटी में प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन को खरीदने वाले लोगों को आने वाले समय में बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि नियमानुसार कुर्क की हुई जमीन की भले ही अवैध तरीके से रजिस्ट्री हो जाए पर दाखिल खारिज किसी भी सूरत में नहीं होगी।