भारत-इजरायल कृषि परियोजना के तहत इजराइल के एग्रीकल्चर प्रौद्योगिकियों को भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप फसल विविधता को बढ़ावा देने और कम से कम जल के प्रयोग से उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ राज्य के किसानों को तकनीकी ज्ञान प्रसारित करने एवं कृषि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में विश्व में अग्रणी भूमिका निभाने वाले इजराइली तकनीक से अत्याधुनिक ढंग से खेती का प्रशिक्षण देने के लिए अब पंतनगर में अब करोड़ों रुपए की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित होगा….हम आपको बता दे कि देश के कई राज्यों में इजराइली तकनीक के आधार पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित हो चुका है,जबकि उत्तराखंड में अब तक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना नहीं हो पाई थी उधर इस पूरे मामले में विशेष रूचि दिखाते हुए पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र के एवं किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने मुख्यमंत्री के निर्देशन में विश्वविद्यालय के दो पूर्व छात्रों की मदद से बीते 26 जून को राजभवन में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के मद्देनजर आयोजित हुई विशेष बैठक को संपन्न करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी….
पंतनगर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित होने के बाद किसानों को जहां एक तरफ पॉलीहाउस,नेट हाउस और वॉक-इन-टनल के सहयोग से बेमौसम सब्जियों एवं फलो की पौध मिल सकेगी,वहीं दूसरी तरफ ड्राई लेंड फार्मिंग के तहत कृषि क्षेत्र में कम पानी के समुचित प्रयोग के द्वारा ज्यादा प्रोडक्शन करने का प्रशिक्षण भी किसानों को मिल सकेगा…. इसके अलावा ऑटोमेटिक मशीन से खाद और पानी लगाने का प्रशिक्षण भी किसानों को दिया जाएगा….राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के बाद प्रदेश ही नहीं बल्कि प्रदेश से सटे अन्य राज्यों के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा….हम आपको बता दें कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत किसानों को आधुनिक खेती से लेकर बाजार में कृषि उत्पादों को बिक्री तक सपोर्ट किया जाता है….किसान को नुकसान न हो और खेती से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो इसलिए पैकेट,ग्रेडिंग और मार्केटिंग तक में भी उनका सहयोग किया जाता है…
हम आपको बता दें कि बीते सोमवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह की अध्य़क्षता में इण्डो-इजराइल एग्री0 प्रोजेक्ट के सहयोग से उत्तराखण्ड में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने के सम्बन्ध में एक विशेष बैठक आयोजित हुई थी….बैठक मे कृषि मंत्री गणेश जोशी और पंतनगर के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश शुक्ला के साथ-साथ संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी भी मौजूद थे….इस दौरान एम्बेसी ऑफ इजराइल नई दिल्ली से आए येअर इशेल ने बताया कि भारत में इण्डो-इजराइल एग्रीकल्चर परियोजना के तहत अब तक कुल 24 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा चुके हैं और उत्तराखण्ड राज्य में मैदानी एवं घाटी क्षेत्रों में उपोष्ण बागवानी की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जाएंगे,जिसमें पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय का सहयोग भी प्राप्त किया जायेगा….
राजभवन में आयोजित हुई बैठक के बाद राजभवन से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कृषि मंत्री द्वारा भी यह स्पष्ट उल्लेख किया गया था सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु राजभवन में आयोजित कार्यक्रम को समयान्तर्गत कराने हेतु पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं पूर्व विधायक राजेश शुक्ला द्वारा विशेष सहयोग और समन्वय स्थापित किया गया था….हम आपको बता दें कि यूपी के जिला कन्नौज मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर स्थित तहसील तिर्वा इलाके के उमर्दा के निकट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल स्थित है,जो इजरायली तकनीक पर बनाया गया और जहां से प्रशिक्षण लेकर अब तक हजारों किसान लाभान्वित हो चुके हैं….कुल मिलाकर कहे तो राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापनाप का लक्ष्य फसल विविधता को बढ़ावा देना और कम से कम जल के प्रयोग से उत्पादकता को बढ़ाना है….पंतनगर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से जहां एक तरफ किसानों को कम लागत पर अधिक उत्पादन का लाभ मिलेगा,वहीं दूसरी तरफ किसानों की आय भी दुगनी होगी।