(सुरेंद्र सिंह कनवासी,अर्जुन अवॉर्डी)
उत्तराखंड के खेल जगत की सच्चाई बयां करने वाली उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन से जुड़ी इस खबर को हर उत्तराखंडी को जरूर पढ़ना चाहिए…आगामी वर्ष 2025 में उत्तराखंड में नेशनल गेम्स आयोजित होने जा रहे हैं पर उत्तराखंड में क्या ओलंपिक एसोसिएशन राज्य में अगले वर्ष होने जा रहे नेशनल गेम को ठीक से आयोजित कर पाएगा और क्या ओलंपिक एसोसिएशन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है ? क्या ओलंपिक एसोसिएशन राज्य के खिलाड़ियों के हितों में काम कर रहा है ? अगले वर्ष यानि कि 2025 में उत्तराखंड में नेशनल गेम होने जा रहे हैं पर क्या उत्तराखंड के स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के स्थान पर यहां एक सुनियोजित रणनीति के तहत अन्य राज्यों के लोगों को विभिन्न स्पोर्ट्स एसोसिएशन में बैठाने का काम चल रहा है ? इन सभी प्रश्नों को उठाया है उत्तराखंड के मूल निवासी एवं अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी ने…मूल रूप से चमोली के कोलसो गांव के रहने वाले सुरेंद्र सिंह कनवासी का यह भी कहना है कि वर्तमान समय में उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महामंत्री पद पर रुद्रपुर के डीके सिंह तैनात है और उन्होंने हाल ही में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी टिहरी कोटेश्वर में मध्यप्रदेश के सुमंत नाम के एक व्यक्ति को बतौर लाखों लाखों रुपए की सैलरी पर चीफ इंस्ट्रक्टर के तौर पर नियुक्त किया है,जबकि उत्तराखंड से वॉटर स्पोर्ट्स एवं नौकायन के क्षेत्र में गढ़वाल मंडल के चमोली जिले से अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी और कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जिले से अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह वल्दिया उत्तराखंड में मौजूद है बावजूद इसके वॉटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में उत्तराखंड की दो बड़ी प्रतिभाओं को दरकिनार कर बाहरी राज्य के अनुभवहीन लोगों को लाखों रुपए की सैलरी पर उत्तराखंड में नियुक्त किया जा रहा है…
(डीके सिंह,महासचिव,उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन)
सुरेंद्र सिंह ने यह भी साफ कहा कि उत्तराखंड के स्थानीय प्रतिभाओं की अपेक्षा करते हुए राज्य का ओलंपिक एसोसिएशन बाहर के राज्यों से अनुभवहीन लोगों को सेटिंग गेटिंग के आधार पर लाखों रुपए की मोटी सैलेरी पर यहां फिट कर रहा हैं…हम आपको बता दें कि उत्तराखंड के गढ़वाल निवासी सुरेंद्र सिंह कनवासी और कुमाऊं के सुरेंद्र सिंह वल्दिया देवभूमि उत्तराखंड के दो ऐसे शख्स हैं जिन्होंने वाटर स्पोर्ट्स रोइंग(नौकायन) में अर्जुन अवार्ड प्राप्त किया है…सुरेंद्र सिंह कनवासी ने तो पुलिस और आर्मी तक के जवानों तक को इस क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया है… कनवासी द्वारा प्रशिक्षित जवान नेशनल लेवल तक के खेलों में अपना जौहर दिखा चुके हैं और कनवासी द्वारा प्रशिक्षित वाटर स्पोर्ट्स रोइंग के 12 खिलाड़ी आज दरोगा तौर पर उत्तराखंड पुलिस में अपनी सेवाएं भी दे रहे हैं…कनवासी ने यह भी आरोप लगाया है कि राज्य के कयाकिंग कैनोइंग एसोसिएशन में भी ओलंपिक एसोसिएशन के महामंत्री डीके सिंह के द्वारा अपने ही लोगो की नियुक्ति कर दिया गया हैं और डीके सिंह बाहरी प्रदेशों से लोगों को लाकर उत्तराखंड के विभिन्न खेल संगठन में पद बांट रहे हैं और तो और बिहार और बंगाल के कई लोगों को भी यहां गुपचुप तरीके से विभिन्न स्पोर्ट्स एसोसिएशन में फिट किया जा रहा है…
(सुरेंद्र सिंह वल्दिया,अर्जुन अवॉर्डी)
कनवासी ने यह भी सवाल खड़ा किया कि क्या ऐसे में उत्तराखंडीयों का भला हो पाएगा और क्या ऐसे कार्यों को अंजाम देकर उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन राज्य में खेल प्रतिभाओं का मनोबल बढ़ाने की बजाय उनका मनोबल गिरने का काम नहीं कर रहा ? सुरेंद्र सिंह कनवासी का यह भी कहना है कि उत्तराखंड राज्य में आगामी वर्ष 2025 में होने जा रहे नेशनल गेम के लिए प्रदेश में करोड़ों की खरीद भी होनी है और ऐसे में शायद इस वजह से ही खेल और खेल प्रतिभाओं से जुड़े हुए उत्तराखंड के लोकल लोगों को एसोसिएशन में तवज्जो नहीं दी रही है… कनवासी का यह भी कहना है कि वो और सुरेंद्र वल्दिया दोनो अर्जुन अवॉर्डी आर्मी के रिटायर्ड अधिकारी हैं,यदि वो इन वाटर स्पोर्ट्स अकादमियों में रहते तो वॉटर स्पोर्ट्स अकादमी में सेटिंग गेटिंग का खेल किसी भी परिस्थिति में सफल नहीं हो पता क्योंकि उपरोक्त दोनो अर्जुन अवॉर्डी उत्तराखंड के खिलाड़ियों और उनकी पीड़ा को भली भांति समझते हैं…कनवासी ने यह भी बताया कि वो और सुरेंद्र सिंह वल्दिया 2010 से वाटर स्पोर्ट्स एसोसियेशन में सदस्य थे पर अब दोनों को सदस्य पद से भी हटा दिया गया है और उत्तराखंड में लगातार यहां के मूल निवासियों के हक हकुको को छीना जा रहा है…अंत में सुरेंद्र सिंह ने यह भी अपील की है कि दोस्तों ये हर उत्तराखंडी के स्वाभिमान की लड़ाई है और ऐसी मनमानियों पर रोक लगाने के लिए आप सबको इन दो अर्जुन अवॉर्डी विजेताओं के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए…
इस पूरे मामले को लेकर जब हमने राज्य ओलंपिक एसोसिएशन के महामंत्री डीके सिंह से बात की तो उनका यह कहना था कि टिहरी में आईटीबीपी और टीएचडीसी के संयुक्त तत्वाधान में कयाकिंग और कैनोइंग के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए अकादमी बनाई जा रही है,जबकि सुरेंद्र सिंह कनवासी और सुरेंद्र सिंह वल्दिया रोइंग यानी नौकायन में अर्जुन अवॉर्डी है…DK सिंह का यह भी कहना था कि वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी टिहरी कोटेश्वर में हुई किसी भी व्यक्ति की तैनाती से उनका कोई लेना देना नही है और जब भी राज्य में रोइंग यानी नौकायन के क्षेत्र में ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा कोई महत्वपूर्ण कार्य किया जाएगा तो उत्तराखंड के गौरव के तौर पर अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी और सुरेंद्र सिंह वल्दिया का सम्मान जरूर किया जाएगा…उधर अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी का इस पूरे मामले पर यह कहना है कि उनके और नौकायन के क्षेत्र पर राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले कुछ खिलाड़ियों द्वारा पूर्व में उत्तराखंड कयाकिंग कैनोइंग & राफ्टिंग एसोसिएशन का गठन किया था, जिसकी उपेक्षा ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा लगातार की गई और उनके संगठन को उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन ने मान्यता प्रदान भी नहीं की….साथ ही कनवासी का यह भी कहना था कि उत्तराखंड के विभिन्न खेल संगठन में उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महामंत्री के हस्तक्षेप के कारण उत्तराखंड के मूल निवासियों के स्थान पर अब अन्य राज्य के लोगों को सेटिंग गेटिंग के आधार पर पदाधिकारी बना दिया गया है…
कनवासी का यह भी कहना है कि रोइंग यानी नौकायन और कयाकिंग कैनोइंग दोनों ही गेम्स वॉटर स्पोर्ट्स से जुड़े हुए हैं और डीके सिंह इस पूरे मामले पर गुमराह करने वाला बयान दे रहे हैं,सुरेंद्र सिंह का कहना है कि उनके द्वारा प्रशिक्षित कयाकिंग कैनोइंग के खिलाड़ी आज उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में बतौर पुलिस अधिकारी तैनात है…अब हम आपको बता दें कि वर्ष 2021 में भी वॉलीबाल एसोसिएशन ऑफ उत्तरांचल ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा था कि ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पद का चुनाव नियम विरुद्ध तरीके से हुआ है और वर्तमान अध्यक्ष उत्तराखंड के न होकर दिल्ली के हैं,जबकि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के नियमानुसार प्रदेश ओलंपिक एसोसिशन का अध्यक्ष और सचिव प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के सदस्यों में से ही होना चाहिए…बहरहाल कुल मिलाकर इस पूरे मामले को देखकर एक बात तो साफ तौर पर कहीं जा सकती है कि उत्तराखंड के गौरव अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी और सुरेंद्र सिंह वल्दिया को जो सम्मान राज्य में मिलना चाहिए शायद वो अब तक राज्य की इन दोनों प्रतिभाओं को नहीं मिल सका है और यही कारण है कि अपनी उपेक्षा से आहत अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र सिंह कनवासी ने अब उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव DK सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
*रुद्रपुर:जानिए क्यों,उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव DK सिंह को आड़े हाथों लेते हुए अर्जुन अवॉर्डी सुरेंद्र कनवासी ने एसोसिएशन की कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवाल*
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