उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ठोको मॉडल का अनुसरण अब उत्तराखंड पुलिस ने भी शुरू कर दिया है,इसकी शुरुआत बीते देर रात तराई में बसे जनपद उधमसिंहनगर से हो गई है….दरअसल बीते देर रात चेकिंग के दौरान कुछ कुख्यात बदमाशों का पुलिस से आमना-सामना हो गया और पुलिस से सामना होने के बाद बदमाश खेतों में भागने लगे पर भागने के दौरान बदमाशों ने पुलिस को डराने के लिए पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया….फिर क्या था पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाशों पर फायरिंग शुरू कर दी और मुठभेड़ में कुख्यात बदमाश गुरदीप सिंह निवासी बेरिया दौलत के पैर में गोली लग गई,बाकी बदमाश मौके से भागने में सफल तो हो गए पर वारदात के दूसरे दिन यानी आज पुलिस ने वारदात में शामिल एक और बदमाश देवेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया….
हम आपको बता दें कि बीते देर रात जिस कुख्यात बदमाश गुरदीप सिंह को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गोली मारी है उस पर लालकुआं,गदरपुर और पुलभट्टा थाने में कई मुकदमे दर्ज है….पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए कुख्यात बदमाश गुरदीप और देवेंद्र ने बीते 2 अक्टूबर को हल्द्वानी के प्रतिष्ठित कुमाऊं ज्वेलर्स के मालिक रामशरण वर्मा के बेटे राजीव वर्मा पर भी फायर झोंका था,जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे ,उधर इस पूरे मामले में अभी भी दो बदमाश रमन कपूर और और मनोज अधिकारी फरार चल रहे हैं…. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से हथियार और कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं…..
कुल मिलाकर जिस तरीके से तराई में बीते कई माह से बेखौफ अपराधियों ने पुलिस को चुनौती देते हुए एक के बाद एक हत्या सहित कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था उसके अनुरूप अपराधियों के दिमाग में भय पैदा करने के लिए यूपी पुलिस के लोकप्रिय ”ठोको मॉडल” का अनुसरण करते जिस तरह से उत्तराखंड पुलिस ने गुरदीप सिंह को सबक सिखाया है उसकी निश्चित तौर पर प्रशंसा होनी चाहिए….इस पूरे मामले में ”ठोको मॉडल” का अनुसरण कर अब उत्तराखंड पुलिस ने अपनी मंशा को भी जाहिर कर दी है कि पुलिस केवल पीटने और गोली खाने के लिए नहीं है….सितारगंज कोतवाली क्षेत्र में बीते देर रात उधमसिंहनगर पुलिस ने मुठभेड़ में जिस कुख्यात बदमाश के पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार किया है उस कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक भारत सिंह बीते 15 वर्षों से एसओजी और एसटीएफ में तैनात रहे हैं,लिहाजा बीते देर रात हुए मुठभेड़ में भारत सिंह के STF का अनुभव भी मौके पर काम आया ….
(मंजूनाथ टीसी,एसएसपी उधमसिंहनगर)
पुलिस मुठभेड़ में पुलभट्टा थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट का भी काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा,कमलेश भट्ट भी कई वर्षों से जिले में एसओजी के इंचार्ज के पद पर रहे और प्रत्येक वर्ष कमलेश भट्ट को केंद्र अथवा राज्य सरकार सराहनीय कार्य के लिए कोई ना कोई सम्मान अवश्य देती है….मुठभेड़ में रुद्रपुर कोतवाली के एसएसआई और लंबे समय तक एसओजी के इंचार्ज रहे कमाल खान भी शामिल थे,कमाल खान को अपराधियों को उन्हीं की भाषा में सबक सिखाने में महारत हासिल है….इसके अलावा मुठभेड़ में नैनीताल पुलिस के दो बेहस तेजतर्रार दरोगा नीरज भाकुनी और नंदन रावत भी शामिल थे….
यानी कुल मिलाकर उधमसिंहनगर और नैनीताल पुलिस के कुशल रणनीति के कारण ही आज दो कुख्यात अपराधी पुलिस के शिकंजे में है….निश्चित तौर पर पुलिस की ऐसी कार्रवाई से अपराधियों के दिमाग में खौफ पैदा होता है और पुलिस जब-जब अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देती है तो कोई भी अपराधी किसी भी वारदात को अंजाम देने से पहले सौ बार पुलिस और पुलिस का एक्शन के बारे में जरूर सोचता हैं…. अपराधियों के दिलो-दिमाग में भय पैदा करने के लिए उत्तराखंड पुलिस की इस कार्रवाई के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार,डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे, एसपी सिटी मनोज कत्याल और एसएसपी उधमसिंहनगर मंजूनाथ TC भी बधाई के पात्र हैं।