जी हां,आपने सही सुना…जनपद ऊधमसिंहनगर के नवनियुक्त तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा अब जिले के फरार अपराधियों को उनकी असली औकात बताने के लिए बदमाशों पर सिर्फ 5 और ₹10 का इनाम रखेंगे…इसके पीछे पुलिस की मंशा यह है कि बदमाश अपने आप को कोई डॉन अथवा तीसमार खां न समझे…आमतौर पर पुलिस फरार शातिर बदमाशों को पकड़ने के लिए दो ढाई हजार से लेकर बड़े बदमाशों के लिए 10 लाख तक से भी अधिक का इनाम घोषित करती रही है लेकिन असल मायने में उपरोक्त इनाम की राशि कभी भी बदमाशों को पकड़वाने के काम नहीं आती,जबकि ऐसे मामलों में बाद में यह देखने में आता है कि बदमाश खुद पर रखे गए इनाम की तरह-तरह से रील और पोस्टर बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर अपना रुतबा दिखाने का प्रयास करते है…
इस पूरे मामले पर जब हमने आज जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा देखने को मिल रहा है कि सोशल मीडिया के इस दौर में बदमाश अपने ऊपर रखे इनाम को अपने रुतबे से जोड़कर सोशल मीडिया पर इनाम की राशि लिखकर तरह-तरह से पोस्ट वायरल करते रहते हैं,लिहाजा जिले के सभी चौकी,थाना और कोतवाली क्षेत्र में आदतन और शातिर बदमाशों को उनकी असली औकात दिखाने के लिए जिला पुलिस के द्वारा अब इस तरह से पांच और ₹10 का इनाम फरार अपराधियों पर घोषित किया जाएगा…इस पूरे मामले को लेकर आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एसपी सिटी रुद्रपुर को निर्देश भी जारी कर दिए हैं…फिलहाल इस पूरे मामले को अमली जामा पहनाने के लिए पुलिस जिले के ऐसे आदतन अपराधियों की सूची बना रही है जो पुलिस के शिकंजे से अभी दूर है,इस अभियान की शुरुआत पुलिस रुद्रपुर कोतवाली से शुरू करेगी…
(जिले में एसएसपी मणिकांत मिश्रा की नियुक्ति के बाद हुए पहले मुठभेड़ में गोली लगने से घायल शातिर गैंगस्टर हाथ जोड़कर SSP से रहम करने की गुहार लगता हुआ)
बहरहाल जिले में जब से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की कुर्सी पर मणिकांत मिश्रा की तैनाती हुई है तब से कम से कम अपराधियों के दिलों दिमाग पर अब पुलिस का खोफ साफ तौर पर दिखाई दे रहा है साथ ही मणिकांत मिश्रा ने बीते कई वर्षों से जिले में लचर हो चुकी कानून व्यवस्था को भी पुनः पटरी में लाने पूरी तरह से अब सफलता हासिल कर ली है…अभी बीते कुछ दिनों पूर्व ही नवनियुक्त एसएसपी के निर्देश पर जिस तरह से पुलिस ने दो अलग-अलग एनकाउंटर में दो बड़े गैंगस्टर को गोली मारकर जिले में पुलिस का इकबाल बुलंद किया हैं…उसकी प्रशंसा जिले के उद्योगपतियों,व्यापारियों,धार्मिक और सामाजिक लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी डीजीपी के जन संवाद कार्यक्रम में खुले मंच से की थी…कुल मिलाकर कहा जाए तो जिस तरह से मणिकांत मिश्रा अपराधियों को जिले में उन्हीं की भाषा में जवाब दे रहे हैं उससे कहीं ना कहीं अब जिले में एक बार फिर अपराधियों के दिमाग में पुलिस का खौफ पैदा हो गया है और जो अपराधी फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं अब उनसे भी पुलिस अपने कमांडर के द्वारा बनाए गए नए फार्मूले के तहत अलग ही अंदाज में निपटने की पूरी तैयारी भी कर रही है।