जी हां,एक तरफ में जहां राज्य में प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है,वहीं दूसरी तरफ विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब राज्य के हल्द्वानी,पौड़ी,अल्मोड़ा और देहरादून संभाग में आरटीओ प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा के पद समाप्त करने की तैयारी चल रही है…हम आपको बता दें कि धुमाकोट हादसे के बाद आरटीओ प्रवर्तन एवं रोड सेफ्टी के चार पद के रूप में प्रदेश में 4 संभागों का गठन किया गया था जहां आरटीओ एनफोर्समेंट की तैनाती कर दी गई थी पर अब एक सुनियोजित रणनीति के तहत आरटीओ परावर्तन के पद समाप्त कर राज्य के प्रत्येक जिले में एक आरटीओ का पद स्वीकृत करने की तैयारी चल रही है…हम आपको बता दें कि आरटीओ का पद संभाग स्तर का पद होता है और देश के किसी भी प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ,जबकि आरटीओ आरटीए (RTA) यानी संभागीय परिवहन प्राधिकरण का सचिव भी होता है पर जब जिले में RTO प्रवर्तन के पद सृजित होंगे तो यह व्यवस्था स्वत ही खत्म हो जाएगी,वहीं दूसरी तरफ उप परिवहन आयुक्त को अब आरटीओ के पद पर बैठा बैठाने की तैयारी चल रही है,जबकि नियमानुसार यह मुख्यालय का पद होता है और अगर यह व्यवस्था लागू हो गई तो जिले में तैनात आरटीओ परमिट भी जारी नहीं कर पाएंगे…
दरअसल TTO के पद से प्रमोशन पाकर एआरटीओ बनने वाले अधिकारियों का एक बैच पद रिक्त न होने के बावजूद भी समय से पहले ही आरटीओ बनने के लिए लालायित है और उन्हीं के लिए जिले में अब आरटीओ के पद को सृजित किया जा रहा है…हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के रहते ऐसा होना संभव तो नहीं लगता है…हम आपको बता दें कि शनिवार को रुद्रप्रयाग में घटित हुई सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की जान चली गई थी,जबकि 12 लोग घायल हो गए थे…उधर इसके ठीक एक दिन बाद यानी आज रविवार को पौड़ी जिले में एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि कार में कुल 7 लोग सवार थे…बीते 12 जून को उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक यात्री बस खाई में गिर गई थी और हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई है,जबकि 24 लोग घायल हो गए थे…बीते शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में उपचार के लिए भर्ती रुद्रप्रयाग वाहन दुर्घटना के घायलों का हाल-चाल जाना और मुख्यमंत्री ने घायलों के उपचार के संबंध में एम्स के चिकित्सकों से भी जानकारी प्राप्त की,इसके साथ ही घायलों के बेहतर इलाज के लिए CM ने चिकित्सकों को निर्देशित भी किया…रुद्रप्रयाग हादसे पर एक्शन लेते हुए सीएम धामी ने जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी बताया कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं…
मुख्यमंत्री धामी ने सख्त चेतावनी देते संबंधित विभाग के अधिकारियों को यह साफ कहा है कि यदि किसी भी विभाग के अधिकारी द्वारा दायित्व निर्वहन में लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी… एक तरफ जहां प्रदेश में सड़क सुरक्षा का कार्य लगातार बढ़ता ही जा रहा है,वहीं दूसरी तरफ अब संभाग स्तर पर आरटीओ प्रवर्तन के पद समाप्त करने की तैयारी चल रही है जबकि राज्य में लगातार सड़क सुरक्षा का कार्य बढ़ता ही जा रहा है…उधर इसके ठीक उल्टे देश के कई राज्यों में सड़क सुरक्षा के मद्देनजर प्रवर्तन के पद लगातार बढ़ाए जा रहे हैं,यहां तक कि उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यूपी में सड़क परिवहन विभाग में अपर परिवहन आयुक्त सड़क सुरक्षा का पद भी सृजित है जो एक प्रकार से अपर विभागाध्यक्ष का पद है…तो क्या बावजूद इसके राज्य के चार संभागों में आरटीओ एनफोर्समेंट के पद को एक सुनियोजित तरीके से समाप्त करने की तैयारी चल रही है ?…कुल मिलाकर कहें तो आरटीओ प्रवर्तन का पद सड़क सुरक्षा से जुड़ा एक डेडीकेटेड पद है,हालांकि विश्वसनीय सूत्रों से मिली इस जानकारी कि हम अभी पुष्टि नहीं करते हैं…आज इस पूरे मामले को लेकर जब हमने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी से इस पूरे मामले पर जानकारी के लिए उन्हें फोन किया तो उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया…बहरहाल इस पूरे मामले पर अगर किसी अधिकारी का आधिकारिक बयान आता है तो हम अगली खबर में उसे भी प्रकाशित करेंगे।
देहरादून:तो क्या गुपचुप तरीके से राज्य के चार संभागों में आरटीओ प्रवर्तन के पद समाप्त करने की चल रही तैयारी…? Exclusive
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