देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में कार्बेट टाइगर रिजर्व के नाम से विश्वविख्यात घने जंगलों के बीच स्थित रामनगर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों एनसीआर के कुछ कारोबारी कंक्रीट का जंगल खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं….जी हां,नैनीताल जिला प्रशासन की सख्ती के बाद रामनगर के छोई रोड स्थित खुशालपुर लामपुर लच्छी क्षेत्र में पालम ग्रोवस रिसोर्ट के निकट कृषि कार्य के लिए भूमि खरीद कर भूमि पर कमर्शियल एक्टिविटी करने वाले गाजियाबाद के कारोबारी गौरव सती की हाल ही में खरीदी गई लगभग 5 एकड़ भूमि के विक्रय पंजीकरण पर फिलहाल जिला प्रशासन नैनीताल ने सख्ती के साथ रोक लगा दी है।
दरअसल गाजियाबाद के कारोबारी गौरव सती ने बीते जुलाई माह में नैनीताल जिला प्रशासन से अनुमति लेकर खुशालपुर लामपुर लच्छी क्षेत्र के कुंदनलाल नामक अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति से लगभग 5 एकड़ भूमि कृषि कार्य के लिए खरीदी थी पर जमीन खरीदने के बाद गौरव सती ने कृषि कार्य के प्रयोजन हेतु खरीदी गई भूमि पर कमर्शियल एक्टिविटी शुरू कर दी,जिसके तहत मौके पर **कार्बेट जंगल फार्मस** के नाम से एक अवैध कॉलोनी का बड़ा लेआउट प्लान होर्डिंग बनाकर मौके पर लगा दिया गया और आरोपी व्यक्ति द्वारा मौके पर 5 एकड़ भूमि पर एक अवैध कॉलोनी का निर्माण प्रस्तावित दिखाया गया….
इस पूरे मामले की शिकायत मिलने के बाद रामनगर तहसील प्रशासन के राजस्व उपनिरीक्षक ताराचंद घिल्डियाल, राजस्व निरीक्षक प्रवीण कुमार और तहसीलदार बिपिन चंद्र पंत ने सबसे पहले इस पूरे मामले की प्रारंभिक जांच की और मामले को सही पाया….जिसके बाद एसडीएम रामनगर गौरव चटवाल ने भी पूरे मामले की प्रारंभिक जांच की और जांच में शिकायत को सही पाया और अंततः गौरव चटवाल की रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने गौरव सती द्वारा हाल ही में खरीदी गई 5 एकड़ कृषि भूमि के विक्रय पंजीकरण पर सख्ती के साथ रोक लगा दी है….
उधर सूत्रों के अनुसार गौरव सती ने कृषि कार्य के लिए खरीदी की गई भूमि के कुछ भूभाग को कमर्शियल रूप से बेच दिया था,जिसके जानकारी भी स्थानीय तहसील प्रशासन को प्रमाण के साथ मिल गई है और तो और कृषि कार्य के लिए खरीदी गई भूमि से लगती हुई रिजर्व फॉरेस्ट की भूमि पर मौजूद कुछ पेड़ों को भी आरोपी कारोबारी द्वारा कटवाई जाने की सूचना शिकायत तहसील प्रशासन को बकायदा प्रमाण के साथ की गई है….हम आपको बता दें कि नियमानुसार ऐसे मामलों में एसडीएम कोर्ट में वाद चलता है और मामला सही पाए जाने पर दोषी व्यक्ति की भूमि सरकार के खाते में मर्ज कर दी जाती है…कुल मिलाकर इस पूरे मामले में नैनीताल जिला प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बाद रामनगर के भू-माफियाओं और अवैध कॉलोनाइजरो में हड़कंप मच गया है।
नैनीताल:जानिए कृषि प्रयोजन हेतु खरीदी गई NCR के कारोबारी की 5 एकड़ भूमि की बिक्री पर आखिरकार प्रशासन ने क्यों लगाई रोक
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