लगता है रुद्रपुर के सब रजिस्ट्रार अविनाश कुमार खुद को प्रशासन से ऊपर समझ रहे हैं तभी तो 2 करोड़ 60 लाख रुपए की बकाया धनराशि को वसूल करने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा की गई सामिया इंटरनेशनल बिल्डर की कुर्क की गई भूमि की भी सब रजिस्ट्रार द्वारा धड़ल्ले से रजिस्ट्री की जा रही है….देखिए तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क किए गए लगभग 44 एकड़ भूमि में मौजूद 37 प्लॉटों की रजिस्ट्री सब रजिस्ट्रार महोदय अपने कार्यकाल में कर चुके हैं,जबकि इनसे पूर्व के सब रजिस्ट्रार ने तहसील प्रशासन के आदेशों की गरिमा का मान रखा और नियमानुसार सामिया बिल्डर्स की कुर्की गई भूमि की कोई रजिस्ट्री नहीं की….
(सामिया बिल्डर्स की कुर्क की गई जमीन के खसरा-खतौनी का विवरण)
दरअसल रेरा कोर्ट में चल रहे 16 मामलों की रिकवरी आदेश पर सामिया इंटरनेशनल बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड से रुद्रपुर तहसील प्रशासन को 2 करोड़ 60 लाख रुपए वसूल करने हैं पर बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी सामिया प्रबंधन ने तहसील प्रशासन में जब 2 करोड़ 60 लाख रुपए जमा नहीं करवाएं तो बीते 6 जनवरी वर्ष 2021 को तत्कालीन उप जिलाधिकारी के आदेश पर रुद्रपुर तहसील प्रशासन ने सामिया इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की लगभग 44 एकड़ भूमि को कुर्क कर दिया था….
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन की रजिस्ट्री का विवरण)
जिसका विवरण भी बकायदा ग्राम दानपुर के खाता खतौनी संख्या 00825 और 00826 में दर्ज है पर कुर्क की गई जमीन का विवरण खसरा खतौनी में तहसील प्रशासन द्वारा दर्ज किए जाने के बावजूद भी रुद्रपुर के सब रजिस्ट्रार ने नियम कानूनों को ताक पर रखकर कुर्क की गई भूमि में मौजूद लगभग 37 प्लॉटों की रजिस्ट्री कर दी है….अब बड़ा सवाल यह उठता है कि साम दाम दंड भेद के आधार पर 37 प्लॉटों की रजिस्ट्री तो हो गई पर इनकी दाखिल खारिज कैसे होगी,क्योंकि खसरा खतौनी में तो उपरोक्त भूमि कुर्क हो चुकी है….
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन की रजिस्ट्री का विवरण)
उधर आज रुद्रपुर पहुंचे उत्तराखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (रेरा) के अध्यक्ष रविंद्र पवार ने कलेक्ट्रेट सभागार में एसडीएम रुद्रपुर,तहसीलदार रुद्रपुर और एडीएम रुद्रपुर की एक बैठक ली….अधिकारियों की बैठक में अध्यक्ष रेरा ने सामिया बिल्डर्स पर लगाए गए रिकवरी को वसूलने के तहसील प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की पर जब हमने अध्यक्ष रेरा को यह बताया कि सामिया बिल्डर से लगभग दो करोड़ 60 लाख रुपए रिकवरी करने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा सामिया बिल्डर्स की कुर्क की भूमि में मौजूद लगभग 37 प्लॉटों की वर्तमान सब रजिस्ट्रार ने रजिस्ट्री कर दी हैं….
(रविंद्र पवार,अध्यक्ष रेरा,उत्तराखंड)
तो रेरा अध्यक्ष ने भी इस बात पर काफी हैरानी जताते हुए यह साफ कहा कि इस बेहद गंभीर मामले पर जिला प्रशासन को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए….इस पूरे मामले को जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने भी गंभीरता से ले लिया है और लगता है कि जल्द ही इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन कोई सख्त एक्शन अवश्य लेगा….
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन की रजिस्ट्री का विवरण)
कुल मिलाकर इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिरकार सब रजिस्ट्रार रुद्रपुर सामिया बिल्डर्स पर इतने मेहरबान क्यों हैं…जब पूर्व के सब रजिस्ट्रार ने तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई भूमियों की रजिस्ट्री नहीं की तो वर्तमान सब रजिस्ट्रार कुर्क की गई भूमि की रजिस्ट्रीया नियम-कानूनों को ताक पर रखकर क्यों कर रहे हैं ?
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन की रजिस्ट्री का विवरण)
उधर आज यानी 10 नवंबर को भी सामिया बिल्डर के निदेशक सगीर खान ने कुर्क की हुई खसरा संख्या 375 में मौजूद लगभग आधा एकड़ भूमि की तीन अलग-अलग रजिस्ट्री करवाई हैं,यानी साफ है कि कुर्क भूमि की रजिस्ट्री बदस्तूर जारी है….बीते एक डेढ़ सालों में सामिया बिल्डर्स ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय में साम-दाम-दंड-भेद के आधार पर जितनी भी जमीन की रजिस्ट्री करवाई हैं वो सभी तहसील प्रशासन ने दस्तावेजों में कुर्क कर रखी है पर बावजूद इसके एक के बाद एक कुर्क भूमि की भी रजिस्ट्री हो रही हैं….
(तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई जमीन की रजिस्ट्री का विवरण)
कुल मिलाकर इस पूरे मामले में अपने खून-पसीने की कमाई से अनजाने में सामिया बिल्डर की कुर्क की गई भूमि को खरीदने वाले लोगों को बाद में इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा,क्योंकि जिन लोगों ने तहसील प्रशासन द्वारा कुर्क की गई सामिया बिल्डर्स की भूमि में प्लॉट अथवा फ्लैट की रजिस्ट्री करवा ली हैं उनकी दाखिल खारिज किसी भी सूरत में नहीं होगी….यानी साथ है की रजिस्ट्री करवाने के बाद भी उन्हें चाह कर भी जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल पाएगा….बहरहाल अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस पूरे मामले में आरोपी बिल्डर और सब रजिस्ट्रार के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है ?