जी हां,हमारी खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है… दरअसल हमने बीते 7 नवंबर अपने ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल में पर यह खबर प्रसारित की थी कि कैसे रुद्रपुर के किच्छा रोड पर स्थित डायनामिक गार्डन सिटी में रहने वाले परेशान लोगों ने कॉलोनी परिसर में फैली अव्यवस्थाओं और अनियमितताओं को लेकर व्यथित होने के बाद अपने-अपने घरों पर पोस्टर लगाकर यह कहा था कि-कॉलोनी में मकान बनाकर हम लोग फंस चुके हैं…हमने अपनी खबर में यह भी बताया था कि कॉलोनी वासियों को बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण मजबूरी में ही कॉलोनी परिसर में रहना पड़ रहा है और किन-किन समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है…कॉलोनी वासियों की लगातार मिल रही शिकायत और हमारी खबर का संज्ञान लेते हुए आज जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जय किशन ने प्राधिकरण के अभियंता और अधिकारियों के साथ डायनेमिक गार्डन सिटी का स्थलीय निरीक्षण किया,जहां मौके पर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कई प्रकार की अनियमितताओं को खुद देखा…
उधर मौके पर मिली कई प्रकार की अव्यवस्थाओं और अनियमितताओं को लेकर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने अब डायनेमिक गार्डन सिटी के अन्य राज्यों में रहने वाले मालिकों को तीन दिन के अंदर विकास प्राधिकरण कार्यालय में तलब किया है…दरअसल बीते 18-19 वर्ष पूर्व रुद्रपुर के किच्छा रोड पर स्थित विकसित हुई डायनेमिक गार्डन सिटी आवासीय कॉलोनी में प्लॉट लेकर मकान बनाकर कॉलोनी में रहने वाले लोग अब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं…कॉलोनी परिसर में रहने वाले लोगों ने कॉलोनी विकसित करने वाले बिल्डर पर आरोप लगाया है कि बिल्डर ने प्रोजेक्ट की शुरुआत में जो वादे ग्राहकों से किए थे वो आज तक पूरे नहीं किए गए है…कॉलोनी परिसर में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में रहने को मजबूर कई परेशान लोगों ने तो अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए अनोखा प्रदर्शन भी शुरू किया जो अब शहर में काफी चर्चा का विषय बन गया है…
हम आपको बता दें कि वर्ष 2005 में किच्छा रोड पर राधा स्वामी सत्संग के ठीक सामने लगभग 45 एकड़ भूमि पर “डायनेमिक गार्डन सिटी” नामक एक कॉलोनी का निर्माण किया गया था पर अपने निर्माण के 18-19 साल बाद भी जब कॉलोनी परिसर में बुनियादी सुविधाओं को बिल्डर ने पूरा नहीं किया और कई बार शिकायत करने के बाद भी जब बिल्डर ने कॉलोनी में रहने वाले लोगों की एक न सुनी तो आखिरकार तंग आकर परेशान कई लोगों ने अपने घरों के सामने पीले पोस्टर चिपका दिए है,जिसमें लिखा है कि कॉलोनी में प्लॉट लेकर और मकान बनाकर हम लोग फंस चुके हैं,इसके अलावा पोस्टर में निम्न बातें भी लिखी गई है…
पोस्टर में पीड़ित और परेशान लोगों ने कॉलोनी में अपने खून-पसीने की कमाई को निवेश का मन अथवा इच्छा जताने वाले लोगों से यह भी आग्रह किया है कि कालोनी में प्लॉट और मकान खरीदने वाले अथवा मकान बनाने वाले लोग उपरोक्त समस्याओं को ध्यान से पढ़ने के बाद ही कॉलोनी परिसर में प्लॉट या फिर मकान खरीदने का विचार करें…कॉलोनी में परिसर में रहने वाले लोगों का यह भी कहना है कि कॉलोनी का निर्माण करने वाले सभी बिल्डर अन्य राज्यों में रहते हैं और कई वर्षों पूर्व ही कॉलोनी काटकर अपना मुनाफा भी कमा चुके हैं,इसलिए बिल्डर द्वारा कॉलोनी में रेरा के नियमों के अनुसार किए जाने वाले कार्यों में अब कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है,लिहाजा इसका खामियाजा अब कॉलोनी में प्लॉट खरीद कर मकान बनाने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है…
कुल मिलाकर कहें तो इस पूरे मामले में सबसे आश्चर्य की बात यह है कि कॉलोनी का मैप बीते दो वर्षों से रिवाइज नहीं हुआ है बावजूद इसके कॉलोनी परिसर में धड़ल्ले से निर्माण कार्य भी चल रहा है…उधर आज मौके पर जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जिस प्रकार से निर्माणाधीन कॉलोनी का निरीक्षण कर कॉलोनी वासियों की सभी समस्याएं मौके पर जाकर सुनी हैं,उससे कॉलोनी वासियों को भी अब यह उम्मीद है कि जल्द ही विकास प्राधिकरण के हस्तक्षेप से उनके द्वारा उठाई गई समस्याओं का समाधान हो पाएगा…बहरहाल अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में विकास प्राधिकरण के दिशा निर्देश रेरा के नियमों का डायनामिक गार्डन सिटी विकसित करने वाले बिल्डर कितना पालन करते हैं ?