जी हां अगर आप पैदल अथवा गाड़ी से रुद्रपुर शहर के नैनीताल रोड, किच्छा रोड या फिर शहर के किसी बायपास रोड से होते हुए कहीं जा रहे हैं तो जरा सावधान होकर निकलिएगा और अगर तेज हवा या फिर आंधी आ जाए तो आप शहर के आसपास राजमार्ग के अगल-बगल लगे कई टन वजनी भारी भरकम यूनीपोल-होर्डिंंग को लेकर तो जरूर सावधान रहिएगा नहीं तो यकीन मानिए आपकी जान आफत में पड़ सकती है…अब हम आपको बताते हैं कि हम आपको ऐसा क्यों कह रहे हैं दरअसल रुद्रपुर के नैनीताल रोड,किच्छा रोड और रुद्रपुर शहर के आसपास दर्जनों की संख्या में लगे कई टन वजनी भारी भरकम यूनीपोल और होर्डिंग जहां एक तरफ और वाहन चालकों का ध्यान डायवर्ट कर सड़क दुर्घटना का कारण बन रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ तेज आंधी-तूफान चलने की स्थिति में इन यूनीपोल और होर्डिंंग के गिरने की भी प्रबल संभावना बनी रहती है….इन दिनों गर्मी के मौसम के तहत चलने वाले तेज आंधी-तूफान के कारण पता नहीं कब कौन सी होर्डिंग या यूनिपोल मुसीबत बनकर आप पर गिर जाए इसलिए आप सड़क पर बेहद सावधान होकर वाहन चलाएं अथवा चलें….
रुद्रपुर नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान समय में दर्जनों की संख्या में होर्डिंग और यूनीपोल लगे हुए हैं और तो और राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास भी दर्जनों की संख्या में कई टन वजनी भारी भरकम होर्डिंग और यूनीपोल लगाकर संबंधित विज्ञापन कंपनी प्रतिमाह लाखों रुपए कमा रही है पर इसकी वजह से अब लोगों की जान जरूर आफत में पड़ गई है… नियमानुसार उत्तराखंड में किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग और राजमार्ग के दोनों तरफ 55 फीट के दायरे में कोई भी यूनीपोल अथवा होर्डिंग नहीं लगाया जा सकता है और अगर यदि कोई ऐसा करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए…इसके अलावा रुद्रपुर नगर निगम क्षेत्र और राजमार्ग पर लगे इन भारी भरकम यूनीपोल और होर्डिंग की मजबूती के तकनीकी सत्यापन को लेकर भी नगर निगम प्रशासन कोई व्यवस्था नहीं करता है,जिस कारण संबंधित विज्ञापन कंपनी के लोग मनमाने तरीके से शहर में जहां-तहां कई टन वजनी यूनीपोल और होर्डिंग को खड़ा कर दे रहे हैं….
जबकि यूनीपोल और होर्डिंग की मजबूती से संबंधित तकनीकी रिपोर्ट प्रत्येक वर्ष संबंधित एडवरटाइजमेंट कंपनी को नगर निगम में सबमिट करने का प्रावधान भी है…हम आपको बता दें कि बीते वर्ष 17 अप्रैल को पुणे के मुंबई-पुणे हाईवे पर बने सर्विस रोड पर पिंपरी चिंचवड़ में तेज हवा के चलते कई टन वजनी एक भारी-भरकम होर्डिंग गिर गया था,जिसकी चपेट में आने से 4 महिलाओं सहित कुल पांच लोगों की दर्दनाक बहुत हो गई थी…इसके अलावा बीते 2 जून को तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक भारी भरकम होर्डिंग गिरने पर होर्डिंग की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई थी…कुछ इसी तरह से बीते वर्ष 6 जून को तेज आंधी-तूफान चलने के कारण लखनऊ में इकाना स्टेडियम में लगे कई टन वजनी होर्डिंग के गिरने और होर्डिंग की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई थी….
उधर कुछ दिन पूर्व रुद्रपुर नगर निगम क्षेत्र में स्थित NH और राजमार्ग के आसपास नियम कानून को ताक पर रखकर एक विज्ञापन कंपनी द्वारा लगाए गए यूनीपोल और होर्डिंग से जुड़े मामले को लेकर स्वामी आधार श्रीवास्तव नामक एक शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र भी सौंप था पर अभी तक इस पूरे मामले में किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई मनमाने तरीके से यूनीपोल और होर्डिंग लगाने वाले विज्ञापन कंपनी के खिलाफ नहीं की गई है…अब जरा नीचे लगी फोटो को गौर से देखिए किस तरह से नेशनल हाईवे पर एकदम सड़क के पास सुरक्षा के मानकों की अनदेखी कर संबंधित विज्ञापन कंपनी द्वारा होर्डिंग लगा दी गई है जो दुर्घटना को दावत दे रहा है….और तो और नगर निगम द्वारा शहर में लगे इन होर्डिंग और यूनीपोल के मजबूती की जांच भी नहीं करवाई जाती है,जबकि नियमानुसार सर्टिफाइड तकनीकी की टीम के द्वारा शहर में लगे होर्डिंग और यूनीपोल की मजबूती की जांच के बाद ही इन्हें लगाया जा सकता है…
दरअसल नगर निगम की इनकम का एक बड़ा साधन यूनीपोल और होर्डिंग का किराया भी है इसलिए नगर निगम समय-समय पर विज्ञापन एजेंसियों को निर्धारित स्पेस बेचता है और इसके बाद संबंधित विज्ञापन एजेंसियां निगम क्षेत्र में यूनीपोल और होर्डिंग लगाती हैं लेकिन रुद्रपुर के नगर निगम क्षेत्र,NH और राष्ट्रीय राजमार्ग पर नियम कानून को ताक पर रख कर विज्ञापन एजेंसी द्वारा बिना परमीशन के यूनीपोल और होर्डिंग लगा दिए गए हैं,जो अब आप लोगों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं…इस पूरे मामले पर नगर निगम का मॉनीटरिंग डिपार्टमेंट अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए घोर लापरवाही बरत रहा है जिसका खामियाजा कभी भी आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है….
इस पूरे मामले पर जब आज हमने नगर निगम के AE गजेंद्रर पाल से बात की तो उन्होंने कहा कि यूनीपोल और होर्डिंग से जुड़े मामले नगर निगम में तैनात PCS अधिकारी दीपक गोस्वामी देखते हैं पर जब हमने दीपक गोस्वामी से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके पास अब चार्ज नहीं है और फिलहाल चार्ज किसी महिला पीसीएस अधिकारी के पास है….कुल मिलाकर इस पूरे मामले में नगर निगम के अधिकारी एक दूसरे पर बात डालते हुए नजर आए….बहरहाल अब देखना यह होगा कि जनहित से जुड़े इस बेहद गंभीर मामले पर NHAI,जिलाधिकारी और नगर निगम प्रशासन क्या कार्रवाई करता है ?
रुद्रपुर:जानिए कैसे राजमार्ग के आसपास मानकों के विपरीत लगाए गए कई टन वजनी यूनीपोल और होर्डिंग बने लोगों की जान के दुश्मन
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