जी हां,बीते 18-19 वर्ष पूर्व रुद्रपुर के किच्छा रोड पर स्थित विकसित हुई डायनेमिक गार्डन सिटी आवासीय कॉलोनी में प्लॉट लेकर मकान बनाकर कॉलोनी में रहने वाले लोग अब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं…कॉलोनी परिसर में रहने वाले लोगों ने कॉलोनी विकसित करने वाले बिल्डर पर आरोप लगाया है कि बिल्डर ने प्रोजेक्ट की शुरुआत में जो वादे ग्राहकों से किए थे वो आज तक पूरे नहीं किए गए है…कॉलोनी परिसर में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में रहने को मजबूर कई परेशान लोगों ने तो अब अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए अनोखा प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है,जो अब चर्चा का विषय बन गया है…
दरअसल वर्ष 2005 में किच्छा रोड पर राधा स्वामी सत्संग के ठीक सामने लगभग 45 एकड़ भूमि पर “डायनेमिक गार्डन सिटी” नामक एक कॉलोनी का निर्माण किया गया था पर अपने निर्माण के 18-19 साल बाद भी जब कॉलोनी परिसर में बुनियादी सुविधाओं को बिल्डर ने पूरा नहीं किया और कई बार शिकायत करने के बाद भी जब बिल्डर ने कॉलोनी में रहने वाले लोगों की एक न सुनी तो आखिरकार तंग आकर परेशान कई लोगों ने अपने घरों के सामने पीले पोस्टर चिपका दिए है,जिसमें लिखा है कि कॉलोनी में प्लॉट लेकर और मकान बनाकर हम लोग फंस चुके हैं इसके अलावा पोस्ट में यह भी लिखा है कि….
1.कालोनी में सड़क कम गड्ढे बहुत ज्यादा हैं।
2.कालोनी में नाली नहीं बनी हैं।
3.कालोनी की सीवर लाइन की व्यवस्था अत्यन्त खराब हैं।
4.वर्षाकाल में सीवर लाइन के चैम्बरों से गंदा पानी बाहर आने लगता है,जो कालोनी की सड़कों पर बहने लगता है और जिससे अत्यधिक दुर्गंध आने से लोग परेशान हो जाते हैं।
5.कॉलोनी परिसर में लगा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट केवल दिखाने के लिये है जो केवल 100 परिवारों के लिए ही लाभकारी है।
6.कालोनी में प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में जल भराव की समस्या पैदा हो जाती है,जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं।
7.कालोनी से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
8.कोलोनाइजर्स द्वारा नियमानुसार कालोनी के मानक पूर्ण न किए जाने के कारण “रेरा” द्वारा कालोनी का नवीनीकरण (नक्शा रिवाइज) नहीं किया जा रहा है।
9.कालोनी में सिक्योरिटी भी नहीं है।
10.कालोनी में हमेशा सांप,कीड़े और अन्य जंगली जानवरों का प्रकोप बना रहता है।
पोस्टर में पीड़ित और परेशान लोगों ने कॉलोनी में अपने खून-पसीने की कमाई को निवेश का मन बनाने वाले लोगों से यह भी आग्रह किया है कि कालोनी में प्लॉट और मकान खरीदने वाले अथवा मकान बनाने वाले लोग उपरोक्त समस्याओं को ध्यान से पढ़ने के बाद ही कॉलोनी परिसर में प्लॉट या फिर मकान खरीदने का विचार करें।
उपरोक्त समस्याओं को लेकर कॉलोनी में रहने वाले लोग जिला विकास प्राधिकरण के चक्कर काट-काट कर थक गए हैं और अब कॉलोनी में रहने वाले स्थानीय लोगों ने इस पूरे मामले को लेकर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष यानी आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत के कार्यालय पर प्रदर्शन करने का मन बना लिया है…
कॉलोनी में परिसर में रहने वाले लोगों का यह भी कहना है कि कॉलोनी का निर्माण करने वाले सभी बिल्डर अन्य राज्यों में रहते हैं और कई वर्षों पूर्व ही कॉलोनी काटकर अपना मुनाफा भी कमा चुके हैं, इसलिए बिल्डर द्वारा कॉलोनी में रेरा के नियमों के अनुसार किए जाने वाले कार्यों में अब कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है,लिहाजा इसका खामियाजा कॉलोनी में प्लॉट खरीद कर मकान बनाने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है…
कुल मिलाकर कहें तो इस पूरे मामले में सबसे आश्चर्य की बात यह है कि कॉलोनी का मैप बीते दो वर्षों से रिवाइज नहीं हुआ है बावजूद इसके कॉलोनी परिसर में धड़ल्ले से निर्माण कार्य चल रहा है और पर न जाने क्यों लोगों के छोटे-छोटे मकान और दुकानों का चालान काटने वाले जिला विकास प्राधिकरण के तेज तर्रार अधिकारी और कर्मचारी इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।