जी हां,इस बार के निकाय चुनाव में भी लगातार तीसरी बार रुद्रपुर नगर निगम में मेयर पद के लिए चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के मध्य ही मुख्य रूप से चुनावी जंग है…अगर राजनीतिक समीकरणों पर नजर डालें तो पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा भाजपा प्रत्याशी विकास शर्मा को समर्थन देने से भाजपा की स्थिति मजबूत हो गई है और अगर भाजपा के रणनीतिकारों की सभी गोटिया फिट बैठी तो भारतीय जनता पार्टी रुद्रपुर में विधानसभा की तर्ज पर ही मेयर की सीट पर भी जीत की हैट्रिक लगा सकती है…दरअसल भारतीय जनता पार्टी रुद्रपुर विधानसभा सीट की तर्ज पर ही रुद्रपुर नगर निगम की मेयर सीट को भी अपने लिए सेफ एंड श्योर सीट मानकर चलती है…
इस बात को वर्ष 2018 के निकाय चुनाव में चुनाव लड़कर विजय हासिल कर चुके रुद्रपुर मेयर सीट पर भाजपा के एक सामान्य से प्रत्याशी रहे रामपाल सिंह के चुनावी जंग को देखकर समझा जा सकता है क्योंकि उस दौरान भाजपा ने एलआईसी की नौकरी छोड़कर पार्टी में आए एक साधारण से व्यक्ति को मेयर पद के लिए अपना प्रत्याशी बनाया था था और पार्टी के विश्वास पर खरे उतरकर रामपाल ने चुनाव में 5134 मतों से शानदार जीत भी हासिल की थी…इसके अलावा चुनाव में मेयर सीट पर किस व्यक्ति को पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करती है इसका प्रभाव भी निश्चित तौर पर मतदाताओं पर अवश्य पड़ता है…
(रामपाल सिंह,निवर्तमान मेयर,रुद्रपुर नगर निगम)
इस बार जहां एक तरफ भाजपा ने राज्य के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के करीबी एवं भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री विकास शर्मा को रुद्रपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है,वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने निकाय चुनाव मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए मजबूत मानी जाने वाली पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेत्री मीना शर्मा के स्थान पर इस बार एक पार्षद को ही अपना मेयर प्रत्याशी बना दिया है लिहाजा टिकट वितरण से ही भाजपा की स्थिति को राजनीति के चाणक्य मजबूत मान रहे हैं…
(विकास शर्मा,भाजपा मेयर प्रत्याशी,रुद्रपुर नगर निगम)
हालांकि राजकुमार ठुकराल द्वारा चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद से ही भाजपा प्रत्याशी विकास शर्मा को पूर्व भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल से निकाय चुनाव में पूरी टक्कर मिलने की पूरी संभावना थी और तो और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश स्तरीय नेता भी जानते थे कि अगर ठुकराल निकाय चुनाव में निर्दलीय खड़े हो जाते तो निश्चित तौर पर वो बीजेपी का ही वोट काटते क्योंकि बीते विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े होकर चुनाव लड़ने वाले ठुकराल को 26988 वोट प्राप्त हुए थे और यही कारण रहा की भाजपा ने अपनी कुशल रणनीति के कारण ठुकराल को न्यूट्रल कर दिया और अपना नामांकन वापस लेने के बाद ठुकराल ने खुद यह ऐलान कर दिया था कि वो निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को ही चुनाव लगाएंगे…
(राजकुमार ठुकराल,पूर्व भाजपा विधायक,रुद्रपुर)
हालांकि लाख जतन के बाद भी ठुकराल की भाजपा और कांग्रेस पार्टी में अभी तक विधिवत एंट्री नहीं हो पाई है…बहरहाल कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार भी रुद्रपुर की मेयर सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही मुख्य रूप से चुनावी जंग होनी है और राजनीति की जानकरो की माने तो वर्तमान देशकाल परस्थिति के अनुसार फिलहाल भाजपा प्रत्याशी विकास शर्मा मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं और ऐसी स्थिति में अगर भाजपा रुद्रपुर नगर निगम के मेयर के पद पर जीत की हैट्रिक लगती है तो लोगों का दंग रहना भी स्वाभाविक रहेगा।
**निकाय चुनाव 2025:रुद्रपुर मेयर सीट पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही होगी चुनावी जंग,नतीजे से हो सकते हैं लोग दंग**
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